बेमेतरा - जिले में जल संरक्षण योजना तैयार करने एवं युक्तधारा पोर्टल अंतर्गत ग्राम पंचायत विकास योजना (जी.पी.डी.पी.) से संबंधित एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन जिला पंचायत सभाकक्ष में किया गया।कार्यक्रम में कलेक्टर रणबीर शर्मा ने अधिकारियों, कर्मचारियों एवं प्रतिनिधियों को मार्गदर्शन देते हुए कहा कि "मोर गांव-मोर पानी" महाभियान के अंतर्गत ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत स्तर तक जनभागीदारी आधारित जल संरक्षण योजनाएँ तैयार करना अत्यंत आवश्यक है। इन योजनाओं को जमीनी आवश्यकताओं और उपलब्ध संसाधनों को ध्यान में रखकर बनाया जाए ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण के स्थायी समाधान सुनिश्चित हो सकें।उन्होंने कहा कि आगामी वित्तीय वर्ष 2026-27 से महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत सभी निर्माण कार्यों के वर्क कोड केवल युक्तधारा पोर्टल के माध्यम से ही निर्मित होंगे। इसलिए यह आवश्यक है कि ग्राम पंचायतें शीघ्र ही सेल्फ ऑफ वर्क्स तैयार कर, ग्राम सभाओं से प्राथमिकता के आधार पर अनुमोदित कराएँ। इसके बाद इन कार्यों को पोर्टल पर समयबद्ध रूप से दर्ज किया जाए ताकि योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो सके।कलेक्टर शर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि युक्तधारा पोर्टल योजनाओं की पारदर्शिता, त्वरित निगरानी और जवाबदेही सुनिश्चित करने का सशक्त माध्यम है। इस पोर्टल से जिले की प्रत्येक पंचायत स्तर तक की योजनाओं की प्रगति पर नजर रखी जा सकेगी और हितग्राहियों तक योजनाओं का लाभ समय पर पहुँचेगा।प्रशिक्षण में जनपद स्तर पर कार्यरत SDO RES, PO मनरेगा, BPM (NRLM), TA मनरेगा, प्रत्येक क्लस्टर से एक-एक सीएलएफ महिला सदस्य तथा सभी जनपद पंचायतों से सक्रिय रोजगार सहायकों ने भाग लिया। प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को युक्तधारा पोर्टल संचालन, योजना निर्माण की तकनीकी प्रक्रिया, ग्राम पंचायत विकास योजना में जल संरक्षण कार्यों के समावेश और अनुमोदन की सम्पूर्ण जानकारी दी गई।प्रदान एनजीओ संस्था रायपुर के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्रीमती प्रेमलता पदमाकर सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
त्वरित ख़बरें - सत्यभामा दुर्गा रिपोर्टिंग

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