*योगिता उइके ने बढ़ाया आदिवासी समाज का सम्मान*
त्वरित ख़बरें/ रिर्पोटिंग मुज्जलिम खान छुरिया

छुरिया(फोटो) छात्र अपनी ऊंची लक्ष्य निर्धारित कर पूरी तन्मयता से पढ़ाई करें तो बड़ी उपलब्धि हासिल करने से कोई भी अभाव एवं असुविधा उन्हें रोक नहीं सकता। उक्त वाक्या को चरितार्थ किया है एक लघु कृषक एवं गृहणी की बेटी कु. योगिता उइके ने। शासकीय सूर्यमुखी देवी महाविद्यालय छुरिया के बीएससी अंतिम वर्ष में अध्ययनरत प्रतिभावान छात्रा कु. योगिता उइके ने बिना किसी ट्यूशन एवं बिना किसी कोचिंग किये अपने द्वितीय प्रयास में नीट परीक्षा में सफलता प्राप्त कर चिकित्सा स्नातक और शल्य चिकित्सा स्नातक (MBBS)प्रशिक्षण के लिए चयनित होकर आदिवासी समाज का सम्मान बढ़ाया।

        पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम घुपसाल (छुरिया) निवासी लघु कृषक धनीराम उइके की सुपुत्री कु.योगिता उइके ने प्राथमिक स्तर की कक्षा पहली की पढ़ाई गांव में की दूसरी से पांचवी तक की शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर छुरिया,छठवी से आठवीं तक की शिक्षा शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला छुरिया,कक्षा नवमीं से बारहवीं से तक की शिक्षा शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला छुरिया में प्राप्त की वर्तमान में शासकीय सूर्यमुखी देवी महाविद्यालय छुरिया में बीएससी अंतिम वर्ष की नियमित छात्रा के रूप में अध्ययनरत रही।

     कु.योगिता उइके प्रारंभ से ही मेधावी छात्रा रही है।कक्षा दसवीं में 87 प्रतिशत,कक्षा बारहवीं में 76.8 प्रतिशत, बीएससी प्रथम वर्ष में 72 प्रतिशत,द्वितीय वर्ष में 76 प्रतिशत अंक प्राप्त कर अपनी प्रतिभा को बरकरार रखी तथा नीट परीक्षा में राष्ट्रीय स्तर पर 2,89,750 रैंक,राज्य स्तर पर 2,313 एवं अनुसूचित जनजाति कोटे में 218 रैंक प्राप्त कर चिकित्सा स्नातक और शल्य चिकित्सा स्नातक(MBBS) प्रशिक्षण के लिए चयनित होने में कामयाबी हासिल की।

          चार भाई-बहनों में योगिता उइके सबसे बड़ी है तथा छोटे भाई-बहन भी पढ़ाई कर रहे हैं। आठवीं तक शिक्षित पिताजी धनीराम उइके लघु कृषक एवं पांचवी तक शिक्षित माताजी धनेश्वरी उइके गृहणी है। इस तरह से उनके पारिवारिक पृष्ठभूमि से लगता है कि कु.योगिता उइके ने अपने प्रतिभा एवं पढ़ाई के प्रति तन्मयता के कारण इस ऊंची मुकाम को हासिल कर पायी।

   मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए उनके आर्थिक स्थिति आड़े आ रही थी इसकी जानकारी होते ही अंचल के प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता एवं शिक्षक दिनेश कुरेटी दिलेर ने प्रतिभावान छात्रा को आर्थिक मदद करने की अपील कर सहयोग के लिए अभियान चलाया जिससे प्रभावित होकर प्रबुद्ध नागरिकों,कर्मचारी संगठनों एवं सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने आर्थिक मदद कर कु.योगिता उइके के मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के अड़चनों को दूर कर दिया। श्री कुरेटी ने कु.योगिता उइके के पिताजी धनीराम उइके एवं चाचाजी मनभावन उइके के साथ स्व.बिसाहू दास मंहत स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय कोरबा जाकर एडमिशन दिलाने में भी सहयोग प्रदान किया। 

          कु.योगिता उइके ने अपने इस शानदार सफलता का श्रेय का अपने परिजन,गुरुजन,सहपाठियों के साथ तन्मयता एवं कड़ी मेहनत को दिया है तथा अन्य छात्र -छात्राओं को भी पूरी तन्मयता एवं कड़ी मेहनत के साथ पढ़ाई करने का संदेश दिया है। 

   कु.योगिता उइके के इस शानदार सफलता पर खेलन सिंह ठाकुर,ईश्वर दास मंडावी,नाथूराम सूर्यवंशी,दिनेश कुरेटी दिलेर, पंचराम पुजारी,राजेश मंडावी,मनोज रावटे,गिरधारी राम सहारे, मदन नेताम, तरूण मंडावी, पवन कुमार मंडावी, राजेश पडोटी,पवन कुमार चन्द्रवंशी,देशराम कोर्राम,टुम्मन देवांगन, राजेश्वर ध्रुर्वे,राजेश नेताम आदि सहित परिजन,गुरुजन,इष्टमित्रजन,गांव,अंचल एवं समाज के लोग गौरवान्वित महसूस करते हुए बधाई दी है।

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