वैदिक ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 राशियों का वर्णन किया गया है। हर राशि का स्वामी ग्रह होता है। ग्रह-नक्षत्रों की चाल से राशिफल का आकंलन किया जाता है। पढ़ें राशिफल वैदिक ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 राशियों का वर्णन किया गया है। हर राशि का स्वामी ग्रह होता है। ग्रह-नक्षत्रों की चाल से राशिफल का आकंलन किया जाता है। 14 अप्रैल 2022 को गुरुवार है। इस दिन मेष संक्रांति, गुरु प्रदोष व्रत के साथ ही बैसाखी का पावन त्योहार मनाया जाएगा। प. राघवेंद्र शर्मा से जानिए 14 अप्रैल 2022 को किन राशि वालों को होगा लाभ और किन राशि वालों को रहना होगा सावधान।
मेष राशि- मन प्रसन्न रहेगा, परन्तु बातचीत में संयत रहें। शैक्षिक कार्यों के प्रति सचेत रहें। मित्रों से सद्भाव बनाये रखें। कारोबार में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। परिवार का सहयोग मिलेगा। कुटुम्ब-परिवार में धार्मिक-मांगलिक कार्य होंगे। भाइयों में मतभेद हो सकते हैं। कार्यक्षेत्र की स्थिति में सुधार होगा।
वृष राशि- शैक्षिक कार्यों में सुधार होगा। बौद्धिक कार्यों में व्यस्तता बढ़ सकती है। किसी मित्र के सहयोग से नौकरी के अवसर मिल सकते हैं। आय में वृद्धि होगी। परिश्रम अधिक रहेगा। आत्मविश्वास से परिपूर्ण रहेंगे। वाणी में सौम्यता रहेगी, परन्तु सेहत का ध्यान रखें। मन अशान्त रहेगा।
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मिथुन राशि- मानसिक शान्ति रहेगी। घर-परिवार में धार्मिक कार्य होंगे। परिवार की सुख-सुविधाओं का विस्तार हो सकता है। आय में वृद्धि होगी। शैक्षिक कार्यों में सफल रहेंगे। सन्तान को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं। किसी मित्र के सहयोग से आय के स्रोत विकसित हो सकते हैं। यात्रा कष्टमय हो सकती है
कर्क राशि- माता-पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। नौकरी में तरक्की के मार्ग प्रशस्त होंगे। शैक्षिक कार्यों में सुधार होगा। सेहत का ध्यान रखें। मन में शान्ति एवं प्रसन्नता के भाव रहेंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। स्वभाव में चिड़चिड़ापन हो सकता है। सन्तान को कष्ट होगा। मित्रों से भेंट होगी।
सिंह राशि- आत्मविश्वास में कमी रहेगी। नौकरी में तरक्की के अवसर मिल सकते हैं। कार्यक्षेत्र में बदलाव हो सकता है। कारोबार के लिए विदेश यात्रा हो सकती है। भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा। वस्त्र उपहार में प्राप्त हो सकते हैं। कारोबार में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। विवादों से बचकर रहें।
कन्या राशि- संयत रहें। क्रोध एवं आवेश के अतिरेक से बचें। वाहन सुख में कमी आ सकती है। दाम्पत्य सुख में वृद्धि होगी। शैक्षिक कार्यों के लिए यात्रा पर जा सकते हैं। स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा। मानसिक तनाव हो सकता है। अति उत्साही होने से बचें। नौकरी में कार्यक्षेत्र में परिवर्तन हो सकता है।
तुला राशि- मानसिक शान्ति रहेगी। आत्मविश्वास से परिपूर्ण रहेंगे। आय में कमी एवं खर्च अधिक की स्थिति हो सकती है। कार्यों के प्रति सचेत रहें। सेहत का ध्यान रखें। वाहन सुख में वृद्धि होगी। अनियोजित खर्च बढ़ेंगे। शैक्षिक कार्यों में कठिनाइयां आ सकती हैं। संचित धन में कमी आ सकती है।
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वृश्चिक राशि- आत्मविश्वास से लबरेज रहेंगे। किसी पुराने मित्र से पुनःसम्पर्क हो सकता है। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जीवनसाथी का साथ मिलेगा। रहन-सहन कष्टमय हो सकता है। मन अशान्त रहेगा। क्षणे रुष्टा-क्षणे तुष्टा के भाव रहेंगे। रोजगार के साधन बनेंगे। लंबी यात्रा के योग बन रहे हैं।
धनु राशि- संयत रहें। व्यर्थ के वाद-विवाद से बचें। परिवार की किसी बुजुर्ग महिला से धन प्राप्ति के योग बन रहे हैं। जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। मन में निराशा एवं असन्तोष के भाव रहेंगे। मन अशान्त रहेगा। स्वभाव में चिड़चिड़ापन भी हो सकता है। शैक्षिक कार्यों में सफलता मिलेगी।
मकर राशि- आत्मविश्वास में परिपूर्ण रहेंगे। लेखनादि-बौद्धिक कार्यों में व्यस्तता बढ़ सकती है। नौकरी में परिवर्तन के योग बन रहे हैं। किसी दूसरे स्थान पर भी जा सकते हैं। धर्मकर्म में रुचि बढ़ेगी। माता-पिता का साथ मिलेगा। कारोबार की स्थिति में सुधार होगा। सेहत का ध्यान रखें। तनाव से बचकर रहें।
कुंभ राशि- मन अशान्त रहेगा। मित्रों का सहयोग मिल सकता है। परिवार के साथ यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। खर्च अधिक रहेंगे। मित्रों का सहयोग मिलेगा। दाम्पत्य सुख में वृद्धि होगी। आत्मविश्वास से लवरेज रहेंगे। कला एवं संगीत के प्रति रुझान बढ़ेगा। सन्तान को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं।
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मीन राशि- आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी, परन्तु अपनी भावनाओं को वश में रखें। वस्त्रों पर खर्च बढ़ सकते हैं। संतान के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। नौकरी में तरक्की के अवसर मिल सकते हैं, परन्तु किसी दूसरे स्थान पर जाना भी पड़ सकता है। स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा।4 अप्रैल 2022, गुरुवार को गुरु प्रदोष व्रत है। हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है। प्रदोष व्रत भगवान शंकर को समर्पित होता है। प्रदोष व्रत में विधि- विधान से भगवान शंकर की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि प्रदोष व्रत में व्रत कथा का पाठ अवश्य करना चाहिए। प्रदोष व्रत कथा का पाठ करने से भगवान शंकर की विशेष कृपा प्राप्त होती है और भोलेनाथ की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। यहां पढ़ें गुरु प्रदोष व्रत-
पौराणिक कथा के अनुसार एक नगर में एक ब्राह्मणी रहती थी। उसके पति का स्वर्गवास हो गया था। उसका अब कोई सहारा नहीं था इसलिए वह सुबह होते ही वह अपने पुत्र के साथ भीख मांगने निकल पड़ती थी। वह खुद का और अपने पुत्र का पेट पालती थी।
एक दिन ब्राह्मणी घर लौट रही थी तो उसे एक लड़का घायल अवस्था में कराहता हुआ मिला। ब्राह्मणी दयावश उसे अपने घर ले आई। वह लड़का विदर्भ का राजकुमार था। शत्रु सैनिकों ने उसके राज्य पर आक्रमण कर उसके पिता को बंदी बना लिया था और राज्य पर नियंत्रण कर लिया था इसलिए वह मारा-मारा फिर रहा था। राजकुमार ब्राह्मण-पुत्र के साथ ब्राह्मणी के घर रहने लगा।
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एक दिन अंशुमति नामक एक गंधर्व कन्या ने राजकुमार को देखा तो वह उस पर मोहित हो गई। अगले दिन अंशुमति अपने माता-पिता को राजकुमार से मिलाने लाई। उन्हें भी राजकुमार पसंद आ गया। कुछ दिनों बाद अंशुमति के माता-पिता को शंकर भगवान ने स्वप्न में आदेश दिया कि राजकुमार और अंशुमति का विवाह कर दिया जाए। वैसा ही किया गया।
ब्राह्मणी प्रदोष व्रत करने के साथ ही भगवान शंकर की पूजा-पाठ किया करती थी। प्रदोष व्रत के प्रभाव और गंधर्वराज की सेना की सहायता से राजकुमार ने विदर्भ से शत्रुओं को खदेड़ दिया और पिता के साथ फिर से सुखपूर्वक रहने लगा। राजकुमार ने ब्राह्मण-पुत्र को अपना प्रधानमंत्री बना ज्योतिषशास्त्र की तरह अंक ज्योतिष से भी जातक के भविष्य, स्वभाव और व्यक्तित्व का पता लगता है। जिस तरह हर नाम के अनुसार राशि होती है उसी तरह हर नंबर के अनुसार अंक ज्योतिष में नंबर होते हैं। अंकशास्त्र के अनुसार अपने नंबर निकालने के लिए आप अपनी जन्म तिथि, महीने और वर्ष को इकाई अंक तक जोड़ें और तब जो संख्या आएगी, वही आपका भाग्यांक होगा। उदाहरण के तौर पर महीने के 2, 11 और 20 तारीख को जन्मे लोगों का मूलांक 2 होगा।या। मान्यता है कि जैसे ब्राह्मणी के प्रदोष व्रत के प्रभाव से दिन बदले, वैसे ही भगवान शंकर अपने भक्तों के दिन फेरते हैं।
मूलांक 1- आज आपका दिन मिला जुला असर देने वाला रहेगा। कार्यक्षेत्र और व्यापार में सावधानी बरतें। नई योजनाओं पर कार्य आरंभ न करें। धैर्य के साथ कार्य करें। किसी भी कार्य में जल्दबाजी न करें। व्यय की अधिकता रहेगी। व्यापार में प्रतिस्पर्धा की स्थिति से दूर रहें। परिवार का सहयोग मिलेगा। दांपत्य जीवन में मधुरता रहेगी। संतान पक्ष से शुभ समाचार की प्राप्ति हो सकती है। वाहन के प्रयोग में सावधानी बरतें।
मूलांक 2- आज आपका दिन अवसरों भरा रहेगा। कार्यक्षेत्र और व्यापार में उन्नति के अवसर मिलेंगे। साथियों का सहयोग मिलेगा। अधिकारियों का सानिध्य प्राप्त होगा। व्यापार में लाभ के अवसर सामने आएंगे। प्रेम संबंधों में मधुरता रहेगी। व्यय की अधिकता रहेगी। परिवार में खुशियों का वातावरण रहेगा। दांपत्य जीवन में मधुरता रहेगी। आपका स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

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