चेहरे पर चोटों के निशान, काला कुर्ता, लम्बे बाल...शमशेरा से पहले इन फिल्मों में देखिए डाकुओं का लुक
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22 जून 2022

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चेहरे पर पुरानी चोटों के निशान, काला कुर्ता, कमर के चारों ओर गोलियों से लदी बेल्ट, लम्बे बाल...आप ऐसा हुलिया रखने वाले किसी शख्स को जानते हैं क्या? सही पहचाना। फिल्म 'शमशेरा' में कुछ ऐसा ही है बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर का चित्रण। जी हां, रणबीर अपनी आगामी फिल्म 'शमशेरा' में डाकू का किरदार निभाते हुए नजर आएंगे। आज ही रिलीज हुए टीजर में दिखाया गया है कि रणबीर कपूर, फिल्म शमशेरा में एक मसीहा होने के साथ-साथ एक डकैत भी हैं, जो संजय दत्त के चरित्र के खिलाफ विद्रोह करता है। हालांकि, हिंदी सिनेमा में हमेशा से डाकुओं को मसीहा के तौर पर नहीं पेश किया जाता रहा है। यदि आपको यह जानना है कि असल में डाकू कैसा होता है तो आप बॉलीवुड की इन फिल्मों को देख सकते हैं।

शोले

गब्बर सिंह बॉलीवुड के सबसे प्रसिद्ध डकैत हैं और शायद भारतीय सिनेमा में अब तक के सबसे बड़े खलनायक भी। अमजद खान द्वारा चित्रित, यह चरित्र अपने क्रूर स्वभाव के कारण फिल्म का असली सितारा था, जो खलनायकों के अनुसरण के लिए एक कैरिकेचर बन गया।

पान सिंह तोमर

फिल्म 'शोले' में जहां अमजद खान ने पूरी लाइमलाइट चुरा ली थी, वहीं इस फिल्म में चंबल घाटी के प्रसिद्ध डाकू 'पान सिंह तोमर' की कहानी बताई गई है। सेना से खेल और फिर अंतत: डाकू तक का उनका सफर बेहद उल्लेखनीय है और इरफान खान ने इसे फिल्म में इसे बेहतरीन ढंग से चित्रित किया है।

बैंडिट क्वीन

फूलन देवी पर बनी इस फिल्म में डकैत के काले अतीत को दिखाया गया। जिसकी वजह से फिल्म में फूलन देवी का किरदार निभाने वाली सीमा बिस्वास का नाम उस वर्ष भारत की तरफ ऑस्कर के लिए भेजा गया था।


मदर इंडिया

यह एक क्लासिक भारतीय फिल्म है, जिसने बॉलीवुड सिनेमा में डकैत की फिल्मों को परिभाषित किया है। बता दें कि इस फिल्म में सुनील दत्त ने डाकू का किरदार निभाया है, जिसकी फिल्म के क्लाइमैक्स में एक अहम भूमिका होती है। यह फिल्म सबसे महंगी भारतीय (बॉलीवुड) प्रोडक्शन में से एक थी और उस समय सबसे अधिक राजस्व अर्जित किया था।

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