मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना - मोबाईल मेडिकल यूनिट वेन से स्वास्थ्य परीक्षण को मिल रहा अच्छा प्रतिसात

त्वरित खबरे : चिखली के सरजू राम साहू एवं लखोली की कदम बाई साहू ने कहा कि बिना अस्पताल जाये घर बैठे तुरंत होता है स्वास्थ्य परीक्षण :

राजनांदगांव  10 नवम्बर 2022।

 नगरवासियों को निःशुल्क ईलाज की सुविधा मुहैया कराने राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना प्रारंभ की गयी। जिसमें मोबाईल यूनिट वेन द्वारा श्रमिक बहुल्य क्षेत्रों में जाकर निःशुल्क बिमारियों की जॉच की जाती है। राजनांदगांव में 2 अक्टूबर 2020 से 4 मोबाईल यूनिट वेन के माध्यम से श्रमिक बाहुल्य क्षेत्रों एवं वार्डो में प्रतिदिन निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कर दवा का वितरण किया जा रहा है। साथ ही कोरोना काल में कोरोना जॉच के अलावा वेक्सीन भी मेडिकल मोबाईल यूनिट वेन के माध्यम से लगाया गया। दो वर्ष में राजनांदगांव में 2312 कैंप के माध्यम से 2 लाख से अधिक लोगों का मुफ्त में ईलाज किया गया और 42 हजार से अधिक लोगो का लैब टेस्ट कर 18 हजार से अधिक लोगों को मुफ्त में दवा बाटी गयी है। इस प्रकार शहर में एम.एम.यू. का प्रति कैंप औसत मरीज 88 है, जो छत्तीसगढ में दूसरे स्थान पर है। इसके अलावा एम.एम.यू. द्वारा हैल्थ चेकअप के साथ साथ कोरोना टीका भी उनके घर के पास ही 21 हजार से अधिक लोगों को लगाया गया है।

एम.एम.यू. के प्रोजेक्ट मेनेजर वागीश तिवारी ने बताया कि एम.एम.यू. में कुल 41 प्रकार के लैब टेस्ट उपलब्ध है जिसमें से 29 प्रकार के लैब टेस्ट तत्काल किये जाते है तथा 12 प्रकार के टेस्ट जैसे थाईराईड, बी12, एच.बी.1 ए.सी., आदि टेस्ट आउटसोर्स के माध्यम से किया जाता है, जिसका सैम्पल एम.एम.यू. मे लिया जाता है। उन्होंने बताया कि आउटसोर्स टेस्ट का रिपोर्ट आने में 3 से 5 दिन का समय लगता है, जो मरीज को उनके मोबाईल नम्बर पर एम.एम.यू. की टीम द्वारा उपलब्ध करा दी जाती है, उसके आधार पर आगे की ईलाज किया जाता है। इसके अलावा 160 प्रकार की दवा एम.एम.यू. में उपलब्ध रहती है, जिसे मरीज के बिमारी के आधार पर दिया जाता है।

निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी द्वारा समय समय पर मेडिकल मोबाईल यूनिट का निरीक्षण कर जानकारी लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिया जाता है, साथ ही स्वास्थ्य परीक्षण कराने वाले लोगों से चिकित्सा एवं टेस्ट के संबंध में जानकारी ली जाती है। किसी भी प्रकार की कमी या शिकायत के संबंध में एम.एम.यू. के प्रभारी से चर्चा कर निराकरण किया जाता है। इसके अलावा स्वास्थ्य लाभ लेने वाले मरीजो से फीडबैक भी लिया जाता है। एम.एम.यू. के सफलता को देखते हुये आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने महिलाओं के लिये अलग से शहर में दाई दीदी क्लीनिक की मांग शासन से कर रहे है। ताकि महिलाओं का ईलाज महिला डॉक्टर व स्टाफ के द्वारा किया जा सके।

हितग्राही चिखली निवासी  सरजू राम साहू:- चिखली निवासी  सरजू राम साहू ने एम.एम.यू. के संबंध में कहा कि मैं ब्लड प्रेशर एवं शुगर का मरीज हूॅ और मुझे स्वास्थ्य परीक्षण के लिये शंकरपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जाना पडता था, किन्तु एम.एम.यू. के आ जाने से मेरा ईलाज मेरे घर के पास हो जाता है और मुझे समय में दवा मिल जाता है, जिससे मेरा स्वास्थ्य एकदम ठीक है। उन्होंने कहा कि मैं सरकार को इस योजना के लिये साधुवाद देता हूॅ क्योकि इस योजना का लाभ बुजुर्गो एवं महिलाओं को ज्यादा हो रहा है। क्योकि वे दूर दराज ईलाज कराने नहीं जा पाते।

हितग्राही लखोली निवासी श्रीमती कदम बाई साहूः- लखोली निवासी श्रीमती कदम बाई साहू ने कहा कि शासन की यह योजना महिलाओं के लिये वरदान साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि मै लखोली निवासी उमर 52 साल है और मैं बी.पी. शुगर की मरीज हूॅ। दो साल से मोबाईल मेडिकल यूनिट ईलाज के लिये कुॅआ चौक के पास आता है, जहॉ मैं अकेले जाकर अपने बी.पी. शुगर की जॉच करवाकर दवा ले आती हूॅ। जिससे मुझे किसी के साथ नहीं जाना पड़ता और न ही ज्यादा समय लगता है। क्योकि वेन मे ज्यादा लाईन नहीं लगाना पडता और तुरंत जॉच हो जाती है। जिसकारण महिलाओं की समय बचती है। मैं इसके लिये शासन का धन्यवाद करती हूॅ।