प्रदर्शन:सद्‌बुद्धि के लिए किया यज्ञ, तहसीलदारों ने भी दिया समर्थन
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30 जुलाई 2022

महंगाई भत्ते के लिए शुरू हुए कर्मचारी अधिकारियों के हड़ताल का पांच दिन पूरा हो गया है। पांच दिन तक लगातार कर्मचारी अधिकारी धरने पर बैठे रहे। लेकिन सरकार की ओर से राहत का कोई भी संकेत नहीं मिल पाया है। इसके विरोध में हड़तालियों ने शुक्रवार को मुख्यालय में शक्ति प्रदर्शन किया।

इधर हड़ताल के अंतिम दिन तहसीलदारों व सभी विधायकों के निजी सचिवों ने भी मौके पर पहुंचकर हड़ताल को अपना समर्थन दिया। उन्होंने मांग को लेकर आगे संगठनों के साथ चलने की बात कही। संगठनों ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय में व्यापक प्रदर्शन की तैयारी की थी। इसी के चलते सुबह से ही जिलेभर के अधिकारी कर्मचारी मुख्यालय में जुट गए।

कलेक्टोरेट के सामने धरना स्थल पर अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की गई। इसके बाद मौके पर ही सरकार की सदबुद्धि के लिए यज्ञ भी किया गया। सदबुद्धि के लिए हुए यज्ञ के बाद शहर में रैली निकालकर कर्मचारी अधिकारियों ने शक्ति प्रदर्शन किया। संगठनों ने दावा किया कि रैली में 10 हजार से अधिक लोग शामिल हुए हैं। कर्मचारी संगठनों का दावा है कि आगे उनकी यह हड़ताल अनिश्चित कालीन में भी बदल सकती है। अगर ऐसा हुआ तो स्थिति कहीं अधिक बिगड़ जाएगी।

व्यापक असर से लोग परेशान, पहले अगस्त का इंतजार

हड़ताल के व्यापक असर की वजह से लोग भी परेशान है। सरकारी कार्यालयों में लोगों के काम अटके हुए हैं। स्कूलों की पढ़ाई पटरी से उतर गई है। कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया भी थमी हुई है। ऐसे में लोग हड़ताल खत्म होने का इंतजार कर रहे थे। पांच दिन के हड़ताल के बाद अब शनिवार-रविवार का अवकाश है। ऐसे में एक अगस्त से ही कामकाज पटरी पर लौटेगा। अब तक स्थिति मुताबिक पहले अगस्त से कार्यालयों में कर्मचारी लौटेंगे। तब लोगों को राहत मिल सकेगा। पहले ही सप्ताह भर कार्यालय बंद होने से लोग परेशान है।

मांगें मानी तो 4 से 14 हजार तक मिलेगा फायदा
कर्मचारी अधिकारी केंद्र की तरह 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता देने की मांग कर रहे हैं। वर्तमान में राज्य के कर्मचारियों को 22 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जा रहा है। इसमें 12 फीसदी का इजाफा करने की मांग की जा रही है। अगर सरकार कर्मचारियों के इस मांग को मान लेती है, तो कर्मचारियों से 4 से 14 हजार रुपए तक प्रतिमाह अतिरिक्त मिलेगा। जिलेभर में 25 हजार से अधिक कर्मचारी पदस्थ हैं। जो इस मांग पर अड़े हुए हैं। इसके अलावा कर्मचारी एचआरए में वृद्धि की भी मांग कर रहे हैं।

31 को राज्य स्तरीय बैठक बनेगी आगे की रणनीति
पांच दिनों तक चले हड़ताल की वजह से पूरी प्रशासनिक व्यवस्था चरमरा गई है। कार्यालयों से लेकर स्कूल और कॉलेजों में भी तालाबंदी की स्थिति है। लेकिन इसके बाद भी सरकार की ओर से कोई संकेत या बातचीत नहीं की गई है। निर्धारित शेड्यूल के मुताबिक पांच दिन का हड़ताल पूरा कर लिया है। अब 31 जुलाई को रायपुर में संगठनों के राज्य स्तर के पदाधिकारियों की बैठक होगी। इसमें आगे के आंदोलन को लेकर चर्चा होगी। पदाधिकारियों ने बताया कि मांग पूरी होने तक हड़ताल जारी रहने की भी तैयारी है।

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