मामला संदिग्ध:महीने भर बाद भी नहीं सुलझी जोरातराई के कम्प्यूटर ऑपरेटर की मौत की गुत्थी
त्वरित खबरे

अंबागढ़ चौकी 13 घंटे पहले

महिला बाल विकास विभाग में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद में कार्यरत ब्लाॅक के जोरातराई गांव का निवासी 25 वर्षीय तिलकराम सिन्हा के मौत की गुत्थी महीने भर बाद भी सुलझ नहीं पाई है। युवक का लाश गुंडरदेही गांव के एक तालाब में संदिग्ध परिस्थितियों में मिली थी।


ऑपरेटर की हत्या कर उसके शव को तालाब में फेंका गया या युवक ने स्वयं खुदकुशी की यह अब तक पहेली बना हुई है। मृतक के परिजनों ने बुधवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

12 अप्रैल को तिलक अपने घर से आफिस जाने के नाम पर ड्यूटी के लिए निकला था। उसके बाद वह वापस गांव नहीं पहुंचा। 13 अप्रैल को तिलक के परिजनों ने युवक की गुमशुदगी की रिपोर्ट अंबागढ़ चौकी थाने में दर्ज कराई थी। 14 अप्रैल की शाम युवक का शव जोरातराई गांव से दो किमी. दूर गांव गुंडरदेही के एक तालाब से बरामद किया गया था। संदिग्ध अवस्था में मिले युवक के शव को देखकर उसके परिजन युवक की हत्या कर लाश तालाब में फेंके जाने की आशंका व्यक्त कर रहे हैं।

महीने भर से मामले की जांच हो रही है लेकिन पुलिस अब तक किसी नतीजे में नहीं पहुंच पाई है। मृतक के परिजन इस मामले की जांच के लिए प्रदेश के गृहमंत्री व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप चुके हैं। पखवाड़े भर पहले भी मृतक के परिजनों ने जोरातराई ग्रामवासियों के साथ पहुंचकर एसडीएम व तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों को पकड़ने की मांग की थी।

फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट आने पर ही होगा खुलासा

कम्प्यूटर ऑपरेटर की संदिग्ध परिस्थितियों में मिले शव को लेकर टीआई कार्तिकेश्वर जांगड़े ने कहा कि मामले में हर एंगल से जांच कर रहे हैं। ऑपरेटर के शव में कहीं कोई चोट के निशान नहीं मिले थे, इसलिए यह कहा नहीं जा सकता कि उसकी हत्या हुई है, हत्या कर शव तालाब में भी डाला जा सकता है या उसने स्वयं आत्महत्या कर ली हो या उसे आत्महत्या के लिए प्रेरित किया गया हो।

पुलिस इन सारे पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच आगे बढ़ा रही है। प्रारंभिक बयानों से हत्या को लेकर कोई विशेष प्रमाण हाथ नहीं लगा है। पुलिस फोरेंसिक जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद पुलिस को आगे की कार्रवाई बढ़ेगी।

मामले को सुलझाने में पुलिस रुचि नहीं ले रही
कम्प्यूटर ऑपरेटर की संदिग्ध अवस्था में हुई मौत का मामला तूल पकड़ने लगा है। जोरातराई के ग्रामीण व सिन्हा कलार समाज के तहसील इकाई के पदाधिकारी बुधवार को बड़ी संख्या में राजस्व कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार से भेंट किया। ग्रामीणों ने सीएम भूपेश बघेल के नाम पर तहसीलदार प्रीति लारोकर को ज्ञापन सौंपकर कम्प्यूटर ऑपरेटर तिलक के मौत के मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।

मृतक के माता-पिता व सिन्हा समाज के पदाधिकारियों ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि तिलक की मौत के 36 दिन गुजर जाने के बाद भी पुलिस यह पता नहीं लगा पाई है कि युवक की हत्या कर लाश तालाब में फेंकी गई या उसने आत्महत्या की है। सिन्हा समाज के प्रमुख लक्ष्मण सिन्हा एवं अन्य पदाधिकारियों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस मामले को सुलझाने में रुचि नहीं ले रही है।

YOUR REACTION?

Facebook Conversations