कुपोषण मुक्त जिला बनाने के प्रयासों को जल्द मिलेगी नई गति : स्वास्थ्य गतिविधियों का लिया जायजा
त्वरित खबरे - छत्तीसगढ़ मार्केटिंग रिपोर्टिंग हेड निशा बिसवास

कबीरधाम, 20 मई 2022. 

चिन्हित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) में भर्ती कर कबीरधाम को कुपोषण मुक्त जिला बनाने के प्रयासों को शीघ्र ही गति दी जाएगी। साथ ही मौसमी बीमारियों से निपटने की भी हरसंभव तैयारियां की जाएगी। इस संबंध में महामारी नियंत्रण कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के संचालक व दुर्ग संभाग स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक ने सलाह के साथ ही विभिन्न आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।

संचालक महामारी नियंत्रण छत्तीसगढ़ शासन डॉ.सुभाष मिश्रा व संयुक्त संचालक स्वास्थ्य दुर्ग सम्भाग डॉ.प्रशांत श्रीवास्तव ने कबीरधाम जिले का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जिला अस्पताल का निरीक्षण कर ओपीडी, आईपीडी मरीजों की संख्या, स्टाफ की उपलब्धता, संसाधनों का रखरखाव, पंजी संधारण आदि का मुआयना किया। मेडिकल स्टाफ को अपने तय ड्रेस में रहने, मुख्यालय निवास करने व पंजी में माह के अंत में अनिवार्य समरी बनाने सम्बन्धी निर्देश दिए गए। अस्पताल में भर्ती मरीजों से चर्चा कर प्राप्त सेवाओं का भी जायजा लिया गया। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.सुजॉय मुखर्जी ने बतायाः “छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य संचालक व दुर्ग संभाग के संयुक्त संचालक ने प्रसूताओं से बातचीत कर एसएनसीयू में भर्ती नवजातों के वजन आदि की जानकारी ली है। उन्होंने एएनसी केयर पंजीयन को सुधारने के निर्देश के साथ ही एनआरसी में बच्चों की भर्ती कर कबीरधाम को कुपोषण मुक्त ज़िला बनाने की सलाह दी है। मौसमी बीमारियों से निपटने की तमाम तैयारियां सुनिश्चित करने व दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं, जिसे गंभीरता से लेते हुए इस दिशा में कार्य शुरू कर दिए गए हैं।”

जिले में अब 84 हाट-बाजार क्लीनिक लगाने की तैयारी 

निरीक्षण उपरांत जिला अस्पताल स्थित सभा कक्ष में जिला अस्पताल स्टाफ समेत समस्त बीएमओ, बीपीएम, नोडल अधिकारियों की बैठक ली गई। बैठक में हाट बाज़ार, मातृत्व स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, मलेरिया नियंत्रण तथा अन्य कार्यक्रमों के बेहतर संचालन एवं क्रियान्वयन हेतु मार्गदर्शन भी दोनों अधिकारियों द्वारा दिया गया। हाट-बाजार के आंकड़े को लेकर संयुक्त संचालक स्वास्थ्य दुर्ग सम्भाग डॉ.प्रशांत श्रीवास्तव ने कहा हैः “अब तक लगभग 10 जिलों में हाट-बाजार योजना के कार्यों की समीक्षा की गई है, जिसमें सबसे बेहतर परफॉर्मेंस कवर्धा जिले की है।” वहीं सीएमएचओ डॉ.सुजॉय मुखर्जी ने बैठक में जानकारी दी कि “जिले में कुल 84 हाट-बाजार संचालित होना है। मार्च से पहले तक केवल 25 ही संचालित हो रहे थे, जिन्हें बढाकर अब 60 कर लिया गया है। शासन व जिला प्रशासन के सहयोग से आगे इसके शत-प्रतिशत संचालन का प्रयास जारी है। आगे उन्होंने बतायाः 2 अक्टूबर 2019 से जिले में हाट-बाजार संचालित हैं, जिसे फरवरी 2020 से कोविड के कारण बंद किए गए थे और अक्टूबर 2021 से पुनः आरम्भ कर लिए गए हैं। जिले की जनता को हाट-बाजार क्लीनिक के माध्यम से अधिक से अधिक स्वास्थ्य लाभ देने की कोशिश की जा रही है। वर्तमान में एक हाट-बाजार में औसत ओपीडी लगभग 87 के आसपास है।” 

मरीजों को मिलने वाला भोजन चखकर परखी गुणवत्ता 

राज्य स्तर के दोनों ही अधिकारियों ने दोपहर का भोजन अस्पताल में ही ग्रहण किया जो भर्ती मरीजों को परोसे जाते हैं। इससे उन्होंने भोजन की गुणवत्ता, मात्रा व स्वच्छता का मुआयना किया। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता बढाने के साथ-साथ डेली डाइट चार्ट फॉलो करवाने के लिए सिविल सर्जन डॉ.पीसी प्रभाकर से जानकारी ली।

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