करेला खाने के बाद न खाएं दूध-दही:मूली-भिंडी साथ खाने पर पेटदर्द-एसिडिटी, प्रेग्नेंसी में खाने से मिसकैरिज का खतरा
त्वरित खबरे

09 सितंबर 2022

करेला खाने से शरीर में इंसुलिन लेवल कंट्रोल में रहता है। पेट से जुड़ी कई परेशानियों के साथ ही यह डायबिटीज, लिवर और अस्थमा के मरीजों के लिए फायदेमंद है। सुबह उठकर कब्ज, अपच और एसिडिटी की दिक्कत रहती है तो करेला का चोखा या सब्जी जरूर खाएं। कुछ चीजें ऐसी हैं जिनका सेवन करेला खाने के बाद नहीं करना चाहिए। आइए, आयुर्वेदाचार्य डॉ. सिद्धार्थ सिंह से जानते हैं कि करेला खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए।


करेला खाने के फायदे

करेले का वैज्ञानिक नाम मोमोर्डिका चरैन्टिया है। इसे अंग्रेजी में बिटर मेलन और बिटर गॉर्ड कहते हैं। यह अफ्रीका, कैरिबियन, भारत और मध्य पूर्वी देशों में बहुत मशहूर है। भले ही यह खाने में कड़वा हो, लेकिन यह औषधीय गुणों से भरपूर है। 'नेशनल सेंटर ऑफ बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन' की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध में यह सामने आया है कि करेला ब्लड शुगर को कम करता है। इस दौरान यह भी पता चला कि बढ़ते वजन को रोकने के लिए करेला बहुत फायदेमंद है।

करेला खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए?

करेला खाने के बाद दूध न पिएं

करेला खाने के बाद दूध पीने से पेट में कब्ज, दर्द और जलन की दिक्कत हो सकती है। पहले से पेट से संबंधी परेशानियां हैं, तो ये दोनों चीजें साथ में खाना हानिकारक हो सकता है।

करेला और दही खाने से स्किन प्रॉब्लम होती है

खाने के साथ दही या छाछ पीने की आदत है तो करेले की सब्जी का सेवन न करें। इसमें पाया जाने वाला लैक्टिक एसिड करेले में पाए जाने वाला पोषक तत्व से क्रिया करके स्किन रैशेज और खुजली का कारण बन सकता है।

मूली-करेले की तासीर अलग है

करेले की सब्जी खाने के बाद मूली या मूली से बनी चीजें न खाएं। मूली और करेले की तासीर अलग-अलग होती है, जिसकी वजह से ये पेट में जाकर रिएक्शन कर सकते हैं। इससे एसिडिटी और गले में कफ की शिकायत हो सकती है। पहले से सर्दी-जुकाम है तो करेला के बाद मूली नहीं खाना चाहिए।

कड़वा करेला और मीठा आम

करेला खाने के बाद आम खाने से मुंह का टेस्ट खराब होता है। इससे उल्टी, जलन, मतली और एसिडिटी की परेशानी हो सकती है। इन दोनों चीजों को पचने में समय लग सकता है।

करेले के साथ भिंडी खाने से बचें

करेला खाने के बाद भिंडी का सेवन न करें। शरीर को करेले के साथ भिंडी को पचाने में परेशानी हो सकती है।

डायबिटीज है तो सफेद करेला खाएं

क्‍या आपने कभी सफेद करेला खाया है? अगर नहीं, तो बता दें कि सफेद करेले का टेस्ट हरे करेले जैसा ही होता है। लोग सफेद करेले का भरवां या सब्जी बनाकर खाना पसंद करते हैं। सफेद करेले में जिंक, कॉपर, फाइबर, आयरन, सोडियम, पोटैशियम, विटामिन ए, विटामिन बी6 के गुण पाए जाते हैं। सफेद करेले का पराठा और अचार बना सकते हैं। जूस भी पी सकते हैं। अब जानते हैं सफेद करेले के फायदों के बारे में।

वेट लॉस- सफेद करेला वजन घटाने में मदद करता है। इसमें कैलोरी कम होती है। इसे खाने से तेजी से वजन कम होता है। वजन घटाने के ल‍िए सुबह-सुबह करेले का जूस पिएं। सफेद करेले का सेवन करने से इम्यूनिटी बढ़ती है।

कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करे- सफेद करेले का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होता है। दिल के मरीज अपनी डाइट में करेला शामिल कर सकते हैं। सफेद करेले को सलाद या सब्जी बना कर खा सकते हैं। लिवर से जुड़ी समस्या है, तो सफेद करेले का सेवन जरूर करें। हेल्दी लिवर के लिए इसका सेवन फायदेमंद है।

डायबिटीज में फायदेमंद- सफेद करेले का सेवन करने से डायबिटीज कंट्रोल में रहता है। डायबिटीज में मरीजों को पैर या हाथ में सूजन हो जाती है। इससे बचने के लिए सफेद करेले का सेवन फायदेमंद है।

आंखों की रोशनी बढ़ाता है- सफेद करेला खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। इसमें विटामिन ए और बीटा कैरोटीन पाया जाता है जिससे आंखों की रोशनी बढ़ती है। आंखों की बीमारियों से बचाव होता है। सफेद करेले में फॉस्‍फोरस की अच्‍छी मात्रा होती है। इसका सेवन करने से कब्ज या पेट से जुड़ी समस्या से भी राहत मिलती है।

बालों के लिए फायदेमंद- सफेद करेला बालों के लिए फायदेमंद होता है। बालों की अच्छी ग्रोथ के लिए सफेद करेला खाना चाह‍िए। सफेद करेले का रस बालों पर भी लगा सकते हैं।

प्रग्नेंसी में न खाएं- सफेद करेले का सेवन करने से प्रेग्नेंट मह‍िलाओं को बचना चाह‍िए। ज‍िन लोगों को लो डायब‍िटीज है, उन्‍हें भी सफेद करेला नहीं खाना चाह‍िए।

करेले का पानी पीने के फायदे

करेले का पानी पीने से स्किन से जुड़ी कई समस्याएं खत्म होती हैं। करेला कई बीमारियों को कम करने में मदद करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो बॉडी को हेल्दी रखते हैं। करेला बॉडी को फाइन रेडिकल्स के कारण होने वाले नुकसानों से बचाता है और कई बीमारियों के खतरे को कम करता है। इसमें मौजूद विटामिन ए और सी के गुण ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को बैलेंस रखते हैं और स्किन का ग्लो बढ़ाते हैं।

आइए, जानते हैं करेले का पानी बनाने का तरीका और फायदे-

करेले का पानी बनाने का तरीका

  • दो करेले बीच से काट लें।
  • इन्हें एक लीटर पानी में उबालें।
  • जब पानी थोड़ा कम हो जाए, तो गैस बंद करें।
  • करेले के पानी को छान लें।
  • इसमें में एक चुटकी नमक मिलाकर पिएं।

करेले का पानी कब और कैसे पिएं

करेले के पानी को आप कई तरह से पी सकते हैं। जिन्हें डायबिटीज, दिल की बीमारी, मोटापा और स्किन की परेशानी है, उनके लिए यह फायदेमंद है।

  • डायबिटीज के मरीज दिन में दो बार करेले का पानी पिएं।
  • दिल के रोगी करेले का पानी चाय की तरह ले सकते हैं।
  • मोटापे से परेशान लोग खाली पेट करेले का पानी पिएं।

करेले का पानी पीने के फायदे

ब्लड शुगर बैलेंस करता है

करेले का पानी ब्लड शुगर बैलेंस करने में मददगार है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट पेनक्रियाज के कामकाज को तेज करता है जो कि ब्लड शुगर पचाने में मदद करता है। यह बॉडी में शुगर के मेटाबोलिज्म को फास्ट कर देता है। इससे ब्लड शुगर बैलेंस रहती है।

पेट के लिए फायदेमंद

करेले का पानी पेट के लिए फायदेमंद है। इसमें फास्फोरस की अच्छी मात्रा होती है जो कब्ज की समस्या से बचाती है। ये पेट में पाचन एंजाइम के प्रोडक्शन को बेहतर बनाता है और खाना पचाने में मदद करता है। इससे आपका खाना जल्दी पचता है।

लिवर के लिए फायदेमंद

करेले का पानी लिवर के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके एंटीऑक्सीडेंट लिवर के एंजाइम को बेहतर बनाते हैं और इसका फंक्शन तेज करते हैं।

स्किन के लिए फायदेमंद

करेले का पानी पीना स्किन के लिए फायदेमंद है। इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो कि स्किन प्रॉब्लम को दूर करते हैं। ये चेहरे पर एक्ने, दाग-धब्बों और पीठ में हो रहे दानों से छुटकारा दिलाता है। स्किन इंफेक्शन है के लिए फायदेमंद है।

इम्यूनिटी बढ़ाता है

करेले का पानी इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार है। इसका एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण शरीर को कई मौसमी इंफेक्शन से बचाता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण इम्यून सिस्टम को बूस्ट करते हैं और इम्यूनिटी कम करने में मददगार है।

रात में न खाएं करेला

रात में करेला खाने से बचें। रात में करेला खाने से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। आयुर्वेद के अनुसार जिन लोगों की पित्त प्रकृति है, उन्हें करेला दिन में ही खाना चाहिए। न्यूट्रीशन से भरपूर करेला ज्यादातर लोग सब्जी बनाकर खाते हैं, तो कुछ लोग करेले का जूस बनाकर पीते हैं। लेकिन रात में करेले को न खाने की सलाह दी जाती है।

  • डाइजेशन में दिक्कत- रात में करेला खाने से यह जल्दी डाइजेस्ट नहीं होता इसलिए करेले को दिन में ही खाने की सलाह दी जाती है। रात में डाइजेशन सिस्टम वीक हो जाता है, ऐसे में करेला आसानी से नहीं पचता। डाइजेशन को बेहतर रखने के लिए रात में हल्का खाना खाना चाहिए।
  • पेट में दर्द- रात में करेला खाने से पेट दर्द की शिकायत हो सकती है। पेट में दर्द, ऐंठन और मरोड़ पैदा हो सकती है। अगर रात में करेला खाने के बाद पेट दर्द हो, तो समझ जाएं कि यह करेले की वजह से ही हो रहा है।
  • बॉडी टेम्प्रेचर बढ़ सकता है- करेले की तासीर गर्म होती है। ऐसे में अगर आप रात में करेला खाते हैं, तो इससे बॉडी का टेम्प्रेचर बढ़ सकता है। इससे आपको एलर्जी, स्किन में चकत्ते और फोड़े-फुंसियां हो सकती हैं।

प्रेग्नेंट महिलाओं को बैलेंस डाइट लेने की सलाह दी जाती है, लेकिन कई महिलाओं को ये पता नहीं होता है कि प्रेग्‍नेंसी में बैलेंस डाइट में करेले को शामिल किया जा सकता है या नहीं।

प्रेग्‍नेंसी में करेला नुकसानदेह है

प्रेग्‍नेंसी में महिलाओं को अपनी डाइट में साबुत अनाज, हरी सब्जियां और फलों को शामिल करना चाहिए ताकि मां और बच्‍चे की जरूरतों को पूरा किया जा सके। ज्यादातर सब्जियां भ्रूण की सेहत के लिए फायदेमंद हैं लेकिन करेले जैसी कुछ सब्जियों के प्रेग्‍नेंसी में सेवन को लेकर महिलाओं में उलझन रहती है। आइए जानते हैं कि प्रेग्‍नेंसी में करेला खाना चाहिए या नहीं।

प्रग्नेंसी में करेला खा सकते हैं?

इंटरनेशनल जरनल ऑफ साइंटिफिक रिसर्च एंड रिव्‍यू की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रग्नेंसी में करेले के फायदे को लेकर किए गए अध्‍ययनों के मिले जुले परिणाम सामने आए हैं। एक अध्‍ययन में करेले के जूस और इसमें मौजूद एथेनोल एवं करेले की पत्तियों को प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए सुरक्षित पाया गया तो वहीं इसके बीज और जड़ यूट्रस को कमजोर कर सकते हैं। वहीं, अध्‍ययन में ये बात भी कही गई कि कंसीव करने की कोशिश करने के दौरान महिलाओं को करेला नहीं खाना चाहिए।

प्रग्नेंसी में करेला खाने के नुकसान

  • पाचन संबंधी-प्रग्नेंसी में ज्‍यादा करेला खाने से दस्‍त, पेट फूलने और गैस की समस्या हो सकती है।
  • सेंसिटिविटी-प्रेग्‍नेंसी में करेला खाने से रेड ब्लड सेल नष्‍ट हो सकते हैं जिससे महिला एनीमिया की शिकार हो सकती है।
  • मिसकैरेज-प्रेग्‍नेंसी में ज्यादा करेला खाने से जल्‍दी डिलीवरी पेन या मिसकैरेज का खतरा हो सकता है।

​करेले की कितनी मात्रा सेफ रहेगी

प्रेग्नेंसी में करेला खाना सुरक्षित नहीं है लेकिन अगर आप इसे खाना चाहती हैं तो हफ्ते में एक या दो बार से ज्‍यादा न खाएं। इससे ज्‍यादा मात्रा में करेला एक बार में खाना नुकसानदायक है। अगर आपने पहले कभी करेला नहीं खाया है तो प्रेग्‍नेंसी में भी इसे खाने से बचें।

डिस्क्लेमर-इन तमाम फायदों के लिए आप करेले का पानी पी सकते हैं। इसके अलावा गर्मियों में होने वाली स्किन की समस्याओं से बचने के लिए भी करेले के पानी का सेवन कर सकते हैं। ये खून को साफ करने में मददगार है। लेकिन किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह लें।

YOUR REACTION?

Facebook Conversations