छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल इस इलाके को गोल्डन आइलैंड सर्किट के तौर पर डेवलप करने की कर रहा तैयारी
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कोरबा में हसदेव नदी पर बांगो बांध का कैचमेंट एरिया... यह बेहद खूबसूरत इसलिए है क्योंकि यहां पानी 20 किमी दूर तक फैला है, इतना साफ है कि बेहद गहराई का तल भी नौका से नजर आता है। यहां सतरेंगा और बुका जैसे पर्यटन केंद्र हैं। पानी के रास्ते 20 किमी दूर सुंदर सा गोल्डन आइलैंड भी है।

इनके बीच कितने टापू हैं, यह प्रशासन के रिकाॅर्ड में भी नहीं लेकिन पहली बार भास्कर टीम 20 टापुओं पर पहुंची है। इनमें बुका ही बड़ा है। इसके अलावा पानी में 20 किमी के सफर के बाद एक और बड़ा टापू गोल्डन आइलैंड है, जिसकी सुनहरी रेत, जंगल और गहरा पानी इसे और आकर्षक बनाते हैं।

अब छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल इसी 20 किमी के इलाके को गोल्डन आइलैंड सर्किट के तौर पर डेवलप करने की तैयारी कर रहा है। छत्तीसगढ़ के सीएस पिछले हफ्ते दौरा कर चुके हैं। भास्कर के बाद अब रायपुर से विशेषज्ञों की एक टीम भी इन्हीं टापुओं के सर्वे के लिए जा रही है। इस प्रस्तावित सर्किट में अभी सतरेंगा विकसित है। यहां ठहरने के लिए काॅटेज हैं, खान-पान के साथ वाटर एक्टीविटी और ट्रैकिंग की भी सुविधा है। यहां पिछले 2 साल में काफी पर्यटक पहुंचे हैं।

इसी तरह, बुका में भी पर्यटक आते हैं। लेकिन गोल्डन आईलैंड को विकसित करने से यह पूरा सर्किट ही आकर्षक हो जाएगा, क्योंकि सभी टापू के साथ-साथ पानी स चमचमाता एरिया किसी विदेशी टूरिज्म सर्किट से कम नजर नहीं आता।

क्रूज का हुआ ऑर्डर पर टेंडर रद्द
पर्यटन मंडल ने 2 साल पहले क्रूज के लिए निविदा जारी की थी। इसमें एल-1 कंपनी की दर 2.28 करोड़ रुपए थी, एल-2 की 6 करोड़। वर्कऑर्डर जारी हो गया था, मगर कंपनी सर्टिफिकेशन में देरी करती गई और अंतत: अप्रैल 2022 में टेंडर रद्द कर दिया गया। इसी हफ्ते नया टेंडर जारी किया जाएगा। मंडल के पास क्रूज के लिए 4 करोड़ का बजट है। इससे सतरेंगा से बुका होते हुए गोल्डन आईलैंड तक जा सकेंगे।

ऐसे बेहतर हो सकता है गोल्डन सर्किट

  • सतरेंगा, बुका और गोल्डन आईलैंड तक पहुंचने के लिए सड़क जरूरी।
  • अंबिकापुर हाईवे पर टापुओं तक जाने वाली सड़क पर साइनबोर्ड चाहिए।
  • एयरपोर्ट, बस स्टैंड, स्टेशन पर टापुओं की फोटो डिस्प्ले होनी चाहिए।
  • तीनों जगह ठहरने, भोजन की सुविधा बेहतर तथा किफायती की जाए।
  • गोवा, वाल्टेयर, पुरी, केरल जैसी वाटर एक्टीविटी यहां भी करवाई जाए।

ऐसे पहुंची टीम
ज्यादा गहरा, मुश्किल से तैयार हुए नाविक

भास्कर टीम सतरेंगा से गोल्डन आईलैंड के लिए निकलने वाली थी, तब पता चला कि वहां कोई मोटरबोट नहीं जाएगी। दूरी अधिक थी इसलिए नाविकों ने भी मना कर दिया, फिर भी कुछ दूर ले गए। फिर सड़क से टीम गोल्डन आईलैंड पहुंच तो गई, लेकिन वहां के नाविक भी ज्यादा गहराई के कारण पानी में ज्यादा दूर नहीं गए। इस तरह, एक-एक कर भास्कर टीम 20 टापुओं पर पहुंच ही गई।

गोल्डन सर्किट के बारे में
कहां - 
कोरबा, हसदेव नदी पर।
दूरी - रायपुर से दूरी 238 किमी।
सेंटर - अभी सतरेंगा और बुका।

सतरेंगा, बुका और गोल्डन आईलैंड को डेवलप कर रहे हैं। प्रदेश में ऐसे लोकेशन कम ही हैं। प्राइवेट प्लेयर्स भी इस प्रोजेक्ट से जोड़ेंगे।
-अटल श्रीवास्तव, अध्यक्ष-छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल

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