27 जुलाई 2022
कांकेर नक्सली 28 जुलाई से 3 अगस्त तक अपना शहीदी सप्ताह मनाने जा रहे हैं। इसे लेकर नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के कांकेर में सड़क पर लिखकर ऐलान किया है। इसके अलावा कई स्थानों पर पर्चे भी फेंके हैं। इसमें लोगों से शहीदी सप्ताह सफल बनाने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर राजनांदगांव में भी इसे देखते हुए अलर्ट कर दिया गया है। इसके अलावा बॉर्डर पार के थानों से भी नक्सल मूवमेंट का इनपुट लिया जाएगा।
दरअसल, सरंडी के बाजारपारा की सड़क पर शहीदी सप्ताह मनाने की बात लिखी गई थी। इसकी जानकारी जब लोगों को लगी तो वह मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। इसके अलावा कई इलाकों में पर्चे भी फेंके गए हैं। नक्सलियों की किसकोडो एरिया कमेटी की ओर से फेंके गए इन पर्चों में नव जनवादी क्रांति को आगे बढ़ाने और जवानों की ओर से चलाए जा रहे ऑपरेशन 'समाधान' को हराने की बात कही गई है।

कांकेर में जब्त किए गए नक्सलियों के फेंके गए पर्चे।
पुलिस ने नक्सली पर्चे जब्त किए
पुलिस ने पर्चों को जब्त कर लिया है। इसके साथ ही इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है। नक्सली हर साल 28 जुलाई से 3 अगस्त तक अपने मारे गए साथियों की याद में शहीदी सप्ताह मनाते हैं। इस दौरान नक्सली बड़ी वारदात को अंजाम देने के फिराक में रहते है। यही वजह है कि पुलिस भी अलर्ट मोड पर है। जिससे नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम ना दे सके। फिलहाल सर्चिंग जारी है।
नक्सल प्रभावित थाने-चौकी प्रभारी सहित अफसरों की बैठक
दूसरी ओर राजनांदगांव में भी शहीदी सप्ताह को देखते हुए जवानों ने ऑपरेशन तेज कर दिया है। इसे लेकर एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने पिछले सप्ताह नक्सल प्रभावित क्षेत्र के थाना और चौकी प्रभारियों की बैठक ली थी। इसमें एंटी नक्सल ऑपरेशन में काम करने वाले अन्य फोर्स के अफसर भी मौजूद थे। एसपी ठाकुर ने बारिश के दौरान सर्च ऑपरेशन तेज करने के लिए कहा है। इसके लिए अफसर रणनीति बनाकर काम करें और सभी प्रभावित इलाकों में फोर्स लगातार सर्चिंग जारी रखें।
बारिश के मौसम का फायदा उठाते हैं नक्सली
दरअसल बारिश के दौरान नदी नालों में उफान और फोर्स की आवाजाही कम होने का फायदा उठाकर नक्सली मूवमेंट करते हैं। इसी दौरान नक्सली बैठकों और वारदातों को अंजाम देने के लिए आर्म्स भी डंप करते हैं। इसे देखते हुए पुलिस ने सर्चिंग तेज करने की योजना बनाई है। एसपी ठाकुर ने अफसरों को निर्देश दिया कि बॉर्डर पार के थानों में पदस्थ अफसरों से भी समन्वय स्थापित करें। जिससे नक्सली वारदातों को रोका जा सके।
इसलिए मनाते हैं शहीदी सप्ताह
माओवादी हर साल 28 जुलाई से 3 अगस्त तक भाकपा-माले के संस्थापक चारू मजूमदार और कन्हैया चटर्जी की याद में शहीदी सप्ताह मनाते हैं। साथ ही सालभर में पुलिस की गोलियों से मारे गए माओवादियों को शहीद बताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं। इस दौरान वे कई बड़ी घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में भी रहते हैं। इस बार नक्सली चारू मजूमदार की 50वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।

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