राजनंदगांव : श्रीधाम वृंदावन के भागवत कथा वाचक पं.इंद्रेश उपाध्याय जी :

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10 नवम्बर 2022

श्रीधाम वृंदावन के भागवत कथा वाचक पं.इंद्रेश उपाध्याय ने कहा है कि मनुष्य को समर्पण भाव से ईश्वर के सामने शरणागत होना चाहिए। प्रभु जिस के बंधन में बंध जाते हैं उसके सारे बंधन टूट जाते हैं। पंडित इंद्रेश महाराज बुधवार को स्थानीय दिग्विजय क्लब मैदान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे।

भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला स्वरूप का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति बंधन के साथ ईश्वर के समीप नहीं जा सकता। नंदोत्सव मनाने के बाद भी अगर मन में किसी के प्रति द्वेष है, तो नंदोत्सव मनाने का कोई अर्थ नहीं है। द्वेष की बजाय प्रेम पैदा होना चाहिए। जब हम कृष्ण के साथ होते हैं तो सारे बंधन टूट जाते हैं।

गोवर्धन पूजा व श्रीकृष्ण- रुख्मिणी विवाह आज
भागवत कथा के छठवें दिन कल 10 नवंबर को दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक श्री गोवर्धन पूजा और श्री कृष्ण-रुक्मणी विवाह का प्रसंग सुनाया जाएगा। भागवत कथा के मुख्य यजमान उमा देवेंद्र सिंह बैंस ने भागवत कथा के श्रद्धालुओं से भागवत कथा स्थल में पहुंचकर भागवत कथा का श्रवण करने की अपील की है।