राजनांदगांव 10 नवम्बर 2022।
शासन की ओर से जनसामान्य को अधिक से अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में लगातार कार्य किये जा रहे हैं। मरीजों की चिकित्सा के लिए जिला चिकित्सालय बसंतपुर में डायलिसिस यूनिट में मरीजों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं अबाधित रूप से दी जा रही हैं। शासन द्वारा 50 लाख रूपए की लागत से डायलिसिस यूनिट की स्थापना से सुदूर वनांचल क्षेत्र एवं अन्य जिलों के मरीज भी लाभान्वित हो रहे हैं। जिले में अब तक लगभग 30 हितग्राही इस योजना का लाभ ले रहे हैं। डायबिटीज एवं हाई ब्लड प्रेशर ज्यादा बढऩे पर यह बीमारी गंभीर हो जाती है और किडनी ठीक से कार्य करना बंद कर देती है। इस बीमारी के इलाज में काफी खर्च हो जाता है। इसी समस्या से राहत दिलाने में यह डायलिसिस यूनिट कारगर साबित हो रहा है।
राजनांदगांव निवासी मोहम्मद जाहिर अली ने बताया कि पहले वे डायलिसिस के ईलाज के लिए दुर्ग जाते थे। वहां उन्हें पता चला कि राजनांदगांव में भी यह सुविधा प्रारंभ होने वाली है। उन्होंने बताया कि लगभग 2 माह से यहां इलाज करा रहा हूं। शासन द्वारा प्रारंभ किए गए डायलिसिस के नि:शुल्क ईलाज की यह सुविधा बहुत अच्छी है। अब किडनी के ईलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ता और यहीं यह सुविधा मिल रही है। आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों के लिए भी यह चिकित्सालय समीप है। जिससे समय की बचत हो रही है। यहां डॉक्टर की सुविधा अच्छी है। वहां पदस्थ डॉक्टर ने बताया कि अंबागढ़ चौकी, डोंगरगांव, कवर्धा, छुईखदान, खैरागढ़ से भी मरीज आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे मरीज यहां आते हैं जिनकी किडनी ठीक से कार्य नहीं कर रही है। किडनी के ऐसे मरीज ज्यादा आ रहे हैं, जिनमें एक्सेस फ्लूड ठीक से बाहर नहीं आ पाता। डायलिसिस के जरिए एक्सेस फ्लूड को बाहर किया जाता है एवं ब्लड प्यूरीफिकेशन भी करते हैं।