शासकीय मेडिकल कालेज अस्पताल में अव्यवस्थाओ पर मुख्यमंत्री की खामोशी समझ से परे - मोनु बहादुर :
त्वरित खबरे : चिकित्सा सुविधाओं में सकारात्मक परिवर्तन नहीं हुए तो अर्थी यात्रा, मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों के आगमन पर घेराव - विरोध प्रदर्शन, चक्काजाम करेगा भाजयुमो :

13 फरवरी 2023 

राजनांदगांव। कोरोना काल के समय और वर्तमान में आम गरीबो के साथ अन्याय होने पर जिला भाजयुमो अध्यक्ष मोनु बहादुर की टीम ने लडाई लडकर न्याय दिलाने की पहल की है और स्वास्थ्य की गडबडाई व लचर व्यवस्था को लेकरमेडिकल कॉलेज अस्पताल पेंड्री मे व्याप्त अव्यवस्था को लेकर प्रशासन व शासन को चेतावनी दी है कि एक हप्ते मे सात सुत्रीय अत्यावश्यक व जनहित की मांग पूरी नही हुई तो हम चरणबध्द आंदोलन करेंगे।

आज जिले के पेंड्री स्थित भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा सुविधाएं हाशिए पर होने की शिकायतों पर कॉलेज प्रबंधन, जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार की उदासीनता का खामियाजा मरीज और उनके परिजन भोग रहे हैं। उक्ताशय का आरोप लगाते हुए जिला भाजयुमो अध्यक्ष मोनु बहादुर सिंह ने आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि विपक्षी दल नेता ही नही बल्कि जिम्मेदार नागरिक होने के चलते हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस विषय पर बात कर समस्याओं के समाधान पर मिल जुलकर काम करें, लेकिन स्वास्थ्य क्षेत्र में ऐसा मुमकिन नहीं हो पा रहा है। राज्य सरकार, कॉलेज प्रबंधन, स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए हमारी और नागरिकों को वास्तविक मांगों पर किसी तरह का अमल नहीं किया जा रहा है। एक प्रश्न के उत्तर में जिला भाजयुमो अध्यक्ष मोनु बहादुर सिंह ने कहा कि राजनांदगांव में निजी अस्पतालो की मनमानी पर भी हमारा ध्यान है और हम वहां की भी कारगुजारी को लेकर प्रदर्शन करेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल महापौर हेमा देशमुख तथा तमाम लालबत्तीधारी नेताओ ने आज तक मेडिकल कालेज अस्पताल का मुआयना तक नही किया और नही यहां की अव्यवस्थाओ को दूर करने की पहल की। एक अन्य सवाल के उत्तर मे जिला भाजयुमो अध्यक्ष ने कहा कि डा रमन सिंह भी विपक्ष मे रहने के बाद मेडिकल कालेज अस्पताल मे अव्यवस्था का आज तक मुआयना नही किये।हम जल्द उनको यह बात कहेगे।

पत्रकारो को सिंह ने बताया कि गत दिनों हमने एक बार फिर पेंड्री स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टर, नर्स सहित स्टॉफ की कमी, उपकरणों की आवश्यकता, अस्पताल आवागमन की सुविधा, दवाईयों इंजेक्शनों की कमी सहित मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान की गई एमआरआई-सीटी स्कैन मशीन की घोषणा पर अमल न होने सहित कई बिंदुओं को लेकर प्रदर्शन कर प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिटी स्कैन मशीन व एमआरआई मशीन का वर्षों से अभाव बना हुआ है। इसके चलते मरीजों और परिजनों को निजी डायग्नोस्टिक सेंटरों में अधिक राशि का भुगतान कर जांच कराने मजबूर होना पड़ रहा है। इसी तरह शासकीय जांच जिला अस्पताल में ही उपलब्ध है। सिर की चोट और ऐसे ही गंभीर मामलों में मरीज को मेडिकल अस्पताल से यहां भेजा जाता है जिससे मरीजों को जांच के लिए काफी दूर लाना ले जाना पड़ता है इससे उन्हें काफी तकलीफें भी झेलनी पड़ती हैं। इन उपकरणों के लिए बीते महिनों भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंच से घोषणा भी की थी जिस पर अब तक अमल नहीं किया गया है।दुर्घटना के मामलों में आपातकालीन उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ट्रामा सेंटर की जरुरत है। इस विषय को कई बार शासन - प्रशासन के सामने रखा गया है लेकिन इस पर भी अब तक कोई सार्थक नतीजा नहीं मिला है।यहां 50 प्रतिशत डॉक्टर एवं स्टाफ नर्स के पद रिक्त हैं जिसका सीधा असर चिकित्सकीय सुविधाओं पर पड़ रहा है। लंबे समय से मेडिकल कॉलेज अस्पताल में यहां न्यूरोसर्जन एवं न्यूरो फीजिशियन की मांग की जा रही है। इस आवश्यकता पर पहल नहीं हो रही है।तृतीय श्रेणी वार्ड ब्वॉय और पैरामेडिकल स्टॉफ के पद रिक्त होने के चलते भी अस्पताल की व्यवस्था लड़खड़ा रही है और नागरिकों को तकलीफ हो रही है।मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दवाईयों और इंजेक्शन की कमी की शिकायतें लगातार आ रही हैं। गरीब मरीजों और परिजन निजी दुकानों से दवाईयां खरीदने मजबूर हैं।. मेडिकल कॉलेज अस्पताल तक आवागमन की समस्या काफी बड़ी है। मरीज और उनके परिजनों के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचने हेतु किसी तरह के साधन उपलब्ध नहीं है। बाहर से आने वालों को ऑटो - टैक्सी का किराया काफी ज्यादा चुकाना पड़ता है। इस समस्या से निपटने के लिए यहां से सिटी बस संचालन का संचालन शुरु किया जाए। इसके अतिरिक्त नेशनल हाईवे पर अस्पताल की ओर मुड़ने के लिए डिवाईडर में मिडिल कट न होने से दुर्घटनाएं हो रही हैं। अतः यहां मिडिल कट दिया जाए, जिससे आवागमन सुलभ हो और दुर्घटना की आशंकाए कम हों।

जनहित के उक्त सात सूत्रीय मुद्दों पर प्रशासन द्वारा एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी हमारे ज्ञापन और मांगों की नज़र अंदाज किया जा रहा है।राजनांदगांव जिले के अलावा आसपास के पडोसी तीन-चार जिलों के नागरिक उपचार के लिए इस मेडिकल कॉलेज अस्पताल पर ही आश्रित हैं। इस मेडिकल कालेज सह अस्पताल में स्टॉफ की कमी, चिकित्सकीय उपकरणों का न होना निराशाजनक और नागरिकों के जीवन से खिलवाड़ है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पसरी इन अव्यवस्थाओं में सुधार, आवश्यकताओं की पूर्ति और रिक्त पदों पर भर्तियों सहित अन्य विषयों को लेकर भाजयुमो ने पहले भी प्रदर्शन किए हैं। बीते दिनों हमने मौन धरना प्रदर्शन कर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया। हमने कहा था कि अगर इस पर जल्द कार्रवाई नहीं की जाती है तो हम व्यापक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। हम जिला प्रशासन, मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन, स्वास्थ्य विभाग और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार को एक व्यापक आंदोलन की शुरुआत से पहले एक हफ्ते में सुधार का समय दे रहे हैं। अगर इस बीच भी चिकित्सा सुविधाओं में सकारात्मक परिवर्तन नहीं होते हैं तो अर्थी यात्रा, मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों के आगमन पर घेराव - विरोध प्रदर्शन, चक्काजामजैसे प्रदर्शन शुरु होंगे।इस अवसर पर उत्तर मंडल के सज्जनसिंह ठाकुर, सांसद प्रतिनिधि व दक्षिण मंडल के प्रखर श्रीवास्तव , जिला उपाध्यक्ष देवाशीष झा भी उपस्थित थे।

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