राजधानी में पहली बार चिटफंड कंपनी में रकम गंवाने वाले लोगों को अब उनकी रकम वापस मिलेगी
त्वरित ख़बरें - राजधानी में पहली बार चिटफंड ठगी के शिकार 16200 लोगों में बटेंगे 4.14 करोड़ रु, प्रति व्यक्ति औसत ढाई हजार, राशि सीधे बैंक खाते में

राजधानी में पहली बार चिटफंड कंपनी में रकम गंवाने वाले लोगों को अब उनकी रकम वापस मिलेगी। प्रशासन ने हाल ही में देवयानी चिटफंड कंपनी की प्रॉपर्टी की नीलामी की थी, जिससे प्रशासन को 4.14 करोड़ रुपए मिल गए हैं। देवयानी कंपनी में ठगी के शिकार 16200 लोगों के आवेदन प्रशासन के पास हैं, जिन्हें यह पैसे बांटे जाएंगे। रकम वापसी का प्रति व्यक्ति औसतन 2555 रुपए है, लेकिन अफसरों ने साफ किया कि जिसकी जितनी रकम गई, उसी के अनुपात में रकम वापसी भी होगी।

प्रशासन ने एक लिंक जारी कर दिया है, जिसमें पूछी गई जानकारियों को भरकर सबमिट करना है। इसके बाद दी जाने वाली राशि सीधे संबंधित व्यक्ति के बैंक खाते में जमा की जाएगी। देवयानी कंपनी की सबसे बड़ी प्रापर्टी राजधानी के सन एंड सन ग्रुप ने खरीदी थी। निर्धारित समय पर पूरी रकम जमा कर दी गई।

प्रशासन ने रकम जमा होते ही इसे तुरंत लोगों में बांटने की तैयारी शुरू कर दी। शुक्रवार को जो लिंक जारी किया गया है, उसमें हर दावेदार को जरूरी जानकारी भरकर अपलोड करना है। दी गई जानकारी का दस्तावेजों से मिलान होगा। आवेदन सही मिलने पर लोगों के खाते में उनके हिस्से की रकम चली जाएगी। अफसरों ने स्पष्ट किया कि जल्द ही बीएन गोल्ड और आरोग्य धनवर्षा चिटफंड कंपनी की प्रॉपर्टी भी नीलाम की जाएगी। यह रकम भी इन कंपनियों के धोखे के शिकार लोगों में बंटेगी।

अब बीएन गोल्ड की प्रॉपर्टी का नंबर
बीएन गोल्ड चिटफंड कंपनी के तेलीबांधा स्थित चार दफ्तरों के साथ ही टिकरापारा में 4326 वर्गफीट जमीन (खसरा नंबर 296/72) और एमएम शॉपिंग सेंटर के दूसरे फ्लोर में 300 वर्गफीट का एक ऑफिस सबसे पहले नीलाम किया जाएगा। नीलामी की सूचना मार्च के पहले हफ्ते में जारी कर दी जाएगी। इन दोनों प्रापर्टी से प्रशासन को 50 लाख रुपए मिलने की उम्मीद है। यह रकम कंपनी द्वारा ठगे गए 3800 निवेशकों के बीच गंवाई गई रकम के अनुपात में बांटी जाएगी। रायपुर तहसील दफ्तर में इस कंपनी से रकम वापसी के लिए इतने ही लोगों ने आवेदन किया है।

  • ​​​​​ सबसे पहले प्रशासन की ओर से जारी लिंक https://niveshaknyay.com पर क्लिक करें।
  • पहले पेज पर निवेशक का नाम और वही मोबाइल नंबर लिखें, जो जमा किए गए आवेदन में है।
  • इसके बाद निवेशक को अपना पूरा एड्रेस, वार्ड और जिले की पूरी जानकारी दर्ज करनी है।
  • इसके बाद कंपनी में जमा रकम की रसीदों का पीडीएफ बनाकर साइट पर अपलोड करना है।
  • इस कालम में निवेशित रकम की कंपनी द्वारा घोषित मैच्योरिटी राशि की जानकारी भरनी है।
  • अगर निवेशक के पास कंपनी से जारी बांड की कॉपी हो तो उसे पीडीएफ बनाकर अपलोड करें।
  • आखिर में बैंक का नाम, आईएफएससी कोड, खाता नंबर व पासबुक का पहला पेज अपलोड करें।
  • जानकारी सही और सावधानी से भरें क्योंकि इसी के आधार पर निवेशक के खाते में रकम जाएगी।

आरोग्य धनवर्षा की संपत्ति 15 लाख रु
आरोग्य धनवर्षा चिटफंड कंपनी की 15 लाख की प्रापर्टी नीलाम करने का आदेश कोर्ट से हो गया है। कलेक्टर ने तहसील अफसरों से कहा है कि वे जल्द से जल्द कंपनी की संपत्ति को नीलाम करें। अब तक कोर्ट ने 8 कंपनियों की 12 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति नीलाम करने का आदेश जारी कर दिया है। इसमें सनशाइन, निर्मल इंफ्रा होम्स लिमिटेड, बीएन गोर्ल्ड, गुरुकृपा इंफ्रा और जेएसवी डेवलपमेंट चिटफंड कंपनी शामिल है। आरोग्य धनवर्षा कंपनी के डायरेक्टर रघुवीर के नाम पर मंदिर हसौद उमरिया में 2160 वर्गफीट जमीन है। इसकी कीमत 15 लाख आंकी गई है।

प्रदेश में 11.23 करोड़ लौटाए
राज्यभर में चिटफंड कंपनियों के 29 केस में प्रशासन ने प्रॉपर्टी की नीलामी कर 11 करोड़ 23 लाख रुपए वसूले हैं, जिन्हें 18 हजार से ज्यादा निवेशकों को लौटाया गया है। पिछले साल राजनांदगांव में 10.76 करोड़ प्रॉपर्टी नीलाम करके वसूला गया। इसके अलावा दुर्ग में 16 लाख, बिलासपुर में 24 लाख नीलामी के बाद निवेशकों को लौटाया गया है।

फॉर्म के साथ दस्तावेज नहीं, इसलिए दोबारा ऑनलाइन लिंक जारी
रायपुर तहसीलदार मनीष देव साहू ने बताया कि तहसील में जो आवेदन जमा किए गए हैं उनकी जांच की गई तो उसमें कई तरह के दस्तावेज कम मिले हैं। इसलिए फिर से ऑनलाइन लिंक जारी किया गया है। जांच में आवेदनों के साथ रकम जमा करने की रसीद नहीं दी गई है। इस वजह से वास्तविक रूप से कितनी रकम कंपनी में जमा हुई इसकी जानकारी नहीं मिल पा रही है। अधूरे दस्तावेजों को जमा करने के लिए बार-बार दफ्तर न आना पड़े इसलिए ऑनलाइन लिंक जारी कर दिया गया है।

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