किशोरियों ने साइकिल रैली निकाला व  दिया सुपोषण का संदेश
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सुपोषण के लिएः समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन कार्यक्रम का मोहला में भी हुआ आगाज राजनांदगांव..

  बच्चों, गर्भवती महिलाओं व शिशुवती माताओं के सुपोषण के लिए राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत जिले में कई प्रेरक आयोजन किए जा रहे हैं। इसमें पोषण साइकिल रैली, पोषक आहारों की प्रदर्शनी व डोर-टू-डोर संपर्क प्रमुख हैं। पोषण माह के अंतर्गत आयोजित किए जा रहे जागरुकता कार्यक्रमों में मितानिन भी महत्वपूर्ण निभा रही हैं।

पोषण माह के अंतर्गत सुपोषण का संदेश देते हुए जिले की खैरागढ़ परियोजना के अतरिया सेक्टर में पोषण किशोरियों ने साइकिल रैली निकाली और सुपोषण संबंधी नारे भी लगाए। इसी तरह मोहला में समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। यह कार्यक्रम यूनिसेफ और एम्स के सहयोग से पानाबरस (मानपुर) में भी संचालित किया जा रहा है। समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन कार्यक्रम में प्रशिक्षण व फालोअप को प्रमुखता से शामिल किया गया है। इस कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर यूनिसेफ के राज्य प्रमुख जॉब जकारिया और एम्स रायपुर के निदेशक डॉ. नितिन नागरकर प्रमुखता से शामिल हुए। 

इस अवसर पर जॉब जकारिया ने कहा, “देश के सम्पूर्ण विकास में एक स्वस्थ समाज की अहम भूमिका होती है। इसके लिए जरूरी है कि सबसे पहले हम अपने गांव को कुपोषण मुक्त बनाने की शुरुआत करें और अभी सुनहरा मौका भी है क्योंकि सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में पूरे देश में मनाया जा रहा है”। उन्होंने कहा, “यह पोषण अभियान एक कार्यक्रम न होकर एक जन आंदोलन और समग्र भागीदारी के रूप में एक नई राह है”। 

डॉ. नितिन नागरकर ने कहा, पोषण माह कार्यक्रम को सही मायने में धरातल पर उतारने के लिए जरूरी है कि स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि, स्कूल प्रबंधन समितियां, सरकारी विभाग व सामाजिक संगठन भी आगे आएं और सामूहिक प्रयास करके देश को कुपोषण मुक्त बनाएं। पोषण अभियान की सफलता इसी में निहित है कि घर-घर पोषण का त्योहार मनाया जाए”। उन्होंने कहा, “पंचायत प्रतिनिधि हर बच्चे, किशोर-किशोरी, गर्भवती व धात्री महिला को निर्धारित पोषण सेवा का लाभ प्रदान करने के साथ ही उस दिशा में उन्हें जागरूक भी करें करें”।

इस संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी रेणु प्रकाश ने बताया, “ सुपोषण की दिशा में हम लगातार प्रयासरत हैं। पोषण माह के अंतर्गत जनजागरुकता के लिए कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा के निर्देश पर जिले में कई प्रेरक कार्यक्रम किए जा रहे हैं। खैरागढ़, मानपुर, मोहला, छुईखदान व छुरिया जैसे विकासखंड के गांवों में साइकिल रैली निकालकर सुपोषण के प्रति जागरुकता लाने का प्रयास किया जा रहा है। पौष्टिक फल, सब्जी व व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई जा रही है तथा लाभार्थियों को सुपोषण किट का वितरित किए जा रहे हैं। मानपुर के पानाबरस में आयोजित कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व मितानिन को सम्मानित भी किया गया है। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने सुपोषित छत्तीसगढ़ बनाने का संकल्प लिया है”।

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