12 फरवरी 2023
राजनांदगांव।ग्राम कोटराभांठा (सुरगी) मे महाकाल आशुतोष शिव जी की परम कृपा से ग्राम कोटरा भांठा में शिव महापुराण कथा 11 फरवरी से 17 फरवरी तक का आयोजन किया जा रहा है ।इसके प्रवचनकर्ता (भागवताचार्य) पंडित होमेंद्र प्रसाद दुबे जी (सुरगी) वाले हैं एवं परायणकर्ता पंडित वेद प्रकाश दुबे जी है।
11 फरवरी को शिव महापुराण कथा प्रारंभ हुआ कथावाचक पंडित होमेंद्र प्रसाद दुबे ने कथा प्रसंग में व्यासपीठ से कथा सुनाते हुए बताया कि भगवान शिव शंकर भोलेनाथ त्रिकुंड धारी है उन्होंने कथा प्रसंग में भगवान की तीन शक्तियों का वर्णन करते हुए बताया कि जानना, मानना और पहचानना यह तीनों शक्तियों के बारे में बताएं उन्होंने कहा कि जानना अपने भीतर स्वयं को जानना है दुनिया में कोई भी काम कर लो लेकिन भगवान पर विश्वास नहीं है तो फल नहीं मिलता है। भगवान शंकर पर विश्वास नहीं हो तो कोई भी कार्य सफल नहीं होता है उन्होंने कथा प्रसंग में आगे कहा कि श्री शिवाय नमस्तुभयम का नाम लेने से मन वचन कर्म शुद्ध हो जाते हैं और शिव महापुराण कथा सुनने से कुंभ स्नान का फल प्राप्त होता है और एक बार पृथ्वी में परिक्रमा करने का पुण्य प्राप्त होता है। उन्होंने एक लोटा जल भगवान शिव शंकर पर चढ़ाने का क्या फल प्राप्त होता है बताया और कहा कि भगवान शिव शंकर पर एक लोटा जल चंचुला देवी ने चढ़ाया तो उसका मन परिवर्तित हो गया और सदैव पाप कर्मो में घिरी रहने वाली चंचुला देवी का मन पार्वती के संग रहकर बदल गई और भगवान भोलेनाथ की भक्ति कृपा प्राप्त करके अपने जीवन को धन्य बनाया और अपने पति बिंदुक ब्रम्हण को प्रेत योनि से मुक्त मोक्ष दिलाई।पंडित दुबे जी ने कथा प्रसंग में बताया कि बेलपत्र के महत्त्व का कथा सुनाते हुए बताया कि तीन पत्र, चार पत्र, पांच पत्र, नौ पत्र का बेल पत्र का महत्व की कथा सुनाई। भगवान शिव शंकर को पाने के लिए हाथ जोड़े, मस्तक झुकाए है और मीठा वाणी बोले तो निश्चित ही भगवान शिव शंकर मिलेंगे।घट घट में भगवान शंकर बसे हैं ,जीवन में भक्ति और शक्ति होना चाहिए ,जीवन को धन्य बना देने वाली शिव महापुराण का ज्ञान सर्वशक्ति है हर कार्य में भगवान शिव शंकर का होना आवश्यक है। श्रद्धा, प्रेम, विश्वास बनाकर भगवान शिव शंकर की हमें भक्ति करना चाहिए अपने और अपने परिवार को भक्ति से जोड़े। तभी मानव जीवन सफल होगा। उक्त जानकारी रुपेंद्र साहू ने दी।

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