28 जुलाई 2022
महंगाई भत्ता की मांग को लेकर कर्मचारियों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। बुधवार को कर्मचारी-अधिकारियों ने नाटक मंचन के माध्यम से खुद के प्रति सरकार के रवैए को सामने रखा। नाटक के माध्यम से कर्मचारियों ने दिखाया कि कैसे उनकी हितों को लेकर अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग बातें होती हैं।
धरना स्थल के मंच को कर्मचारियों ने सीएम हाउस बनाया। नाटक में अपने एक साथी को सीएम बनाकर बैठाया। अपने प्रतिनिधि मंडल को उनसे मिलने भेजा। इस दौरान सीएम हाउस के भीतर कर्मचारियों की मांगों को लेकर होने वाली बातों को नाटक के माध्यम से सामने रखा गया।
वहीं इसके बाद सार्वजनिक मंचों पर कर्मचारियों के हित के लिए होने वाले दावों को भी नाटक के माध्यम से प्रस्तुत किया। कर्मचारियों ने बताया कि उनके साथ इसी तरह का दोहरा रवैया अपनाया जा रहा है। सार्वजनिक मंचों पर भी सरकार कर्मचारियों के हित के लिए कई दावे और वादे करती है। लेकिन जब इसे पूरा करने का समय आता है, तो इसी तरह अनदेखी कर दी जाती है, जैसी आज की जा रही है। सरकार का रवैया जस के तस बना हुआ है।
स्कूलों में गेड़ी पर्व की तैयारी ठप क्योंकि शिक्षक ही नहीं पहुंच रहे
राज्य सरकार ने हरेली के दिन स्कूली बच्चों में गेड़ी पर्व मनाने का निर्देश दिया था। इस दिन स्कूल स्तर पर गेड़ी दौड़ प्रतियोगिता से लेकर दूसरे आयोजन किए जाने थे। लेकिन हड़ताल की वजह से यह भी ठप पड़ गया है। शिक्षक भी हड़ताल में हैं। इसके चलते स्कूलों में ऐसे आयोजन अब संभव नहीं हैं। हरेली पर गौठानों से लेकर पौधरोपण के शासकीय आयोजन भी होने थे। इन सब भी विराम लग सकता है।
हरेली मनाकर सरकार से अपनी मांगों को पूरी करने की अपील की जाएगी
गुरुवार को हरेली की छुट्टी घोषित है। लेकिन हड़ताल पर डटे कर्मचारी इसके बाद भी धरना स्थल पर जुटेंगे। कर्मचारियों ने बताया कि गुरुवार को धरना स्थल पर ही एक साथ गेड़ी पूजन का कार्य किया जाएगा। इसके साथ ही धरना स्थल पर ही हरेली का त्योहार कर्मचारी मनाएंगे। हरेली मनाकर सरकार से अपनी मांगों को पूरी करने की अपील की जाएगी। त्योहार के दिन भी पूरे समय धरना स्थल पर मौजूद रहेंगे।
लोगों के जरूरी काम भी अटके हड़ताल खत्म होने का इंतजार
हड़ताल की वजह से लगभग हर विभाग बुरी तरह प्रभावित है। जिला पंजीयन कार्यालय में जमीन की रजिस्ट्री भी ठप पउ़ी हुई है। वहीं तहसील से लेकर आरआई, पटवारी कार्यालय में भी सन्नाटा है। इसके अलावा सभी सरकारी कार्यालयों में काम बंद पड़ा हुआ है। इससे आम लोगों को खासी दिक्कत हो रही है। लोग अपने जरुरी कार्यों केा निपटाने के लिए हड़ताल खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं।