27 जुलाई 2022
राजनादगांव :जिले में कोविड-19 कोरोना वायरस की रफ्तार इस कदर बढ़ गई है कि जिले में एक्टिव केस की संख्या देखते ही देखते 400 के पार हो गई है। ज्यादातर संक्रमित सामान्य सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित पाए जा रहे हैं। सांस लेने या फिर फेफड़े में तकलीफ वाले केस नहीं आ रहे हैं। इसलिए लोग संक्रमण को पहले की तरह गंभीरता से नहीं ले रहे हैं पर वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता आई लेकिन अब फेडरेशन की हड़ताल से ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा पर असर पड़ने लगा है।
वैक्सीनेशन अभियान ठप हो गया है तो वहीं कोरोना जांच नहीं हो पा रही है। दूसरी ओर हड़ताल के चलते जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता स्थगित कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के ग्रामीण क्षेत्र के नियमिति कर्मचारी हड़ताल में चले गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से रोज जारी किए जाने वाले मेडिकल बुलेटिन की रिपोर्ट में नियमित रूप से सैंपलिंग की संख्या 700 से 800 तक पहुंच गई थी पर अब सैंपलिंग की संख्या कम हो गई है। रिपोर्ट 500 से 600 तक आ रही है। जबकि नियमित रूप से कोविड की टेस्टिंग 2 हजार के पार करनी है।
अभियान प्रभावित हो गया
ग्रामीण क्षेत्र में वैक्सीनेशन की संख्या भी कम हो गई है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र में सेकंड डोज के लिए मुहिम चलाई जा रही है। हालांकि शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की ओर से संविदा कर्मचारियों के सहारे वैक्सीनेशन और कोरोना की जांच करा रहे हैं। बताया गया कि ब्लॉक स्तर पर पदस्थ नियमित अधिकारी और कर्मचारी हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं। इनके ही कंधों में वैक्सीनेशन और टेस्टिंग की जिम्मेदारी है।
नाटक का मंचन करेंगे
बुधवार को प्रदर्शन के लिए अनूठी तैयारी की गई है। कर्मचारी अधिकारी नाटक मंचन करेंगे। इसमें कोई सीएम बनेगा, तो कोई संविदाकर्मी, तो कोई नियमित कर्मचारी के पात्र में होगा। हड़ताली कर्मचारियों ने बताया कि नाटक मंचन के माध्यम से वह अपनी समस्या और मांग को सरकार के सामने रखने का प्रयास करेंगे। वहीं अब तक के सरकार के रवैए को भी नाटक के माध्यम से सार्वजनिक मंच में बताया जाएगा।
मैदान में थी पूरी तैयारी
प्रतियोगिता के लिए शहर के प्रमुख मैदानों के अलावा कुछ स्कूल मैदानों को भी निर्धारित किया गया था, इसके चलते तैयारी भी पूरी कर ली गई थी। खेल अधिकारियों ने बताया कि अब हड़ताल के बाद खेलकूद प्रतियोगिता के लिए अलग से तारीख तय की जाएगी। इधर कलेक्टोरेट के सामने बड़ी संख्या में जुटे कर्मचारियों ने दूसरे दिन भी अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद किया। अलग-अलग 26 संगठन के कर्मचारी अधिकारी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं। धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला कर्मचारी भी पहुंच रही है।
इन्हें भी बैरंग लौटना पड़ा
महंगाई भत्ते को लेकर शुरू हुए हड़ताल की वजह से शालेय खेलकूद प्रतियोगिता भी स्थगित हो गई है। 25 से 30 जुलाई तक जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन हो जाना था। इसके लिए राज्य स्तर से कैलेंडर भी जारी हो गया था, जिसे हड़ताल को देखते हुए स्थगित कर दिया गया है। प्रतियोगिता में 50 से अधिक खेलों को शामिल किया गया था, इसमें ब्लॉक स्तर के खिलाड़ी जिला मुख्यालय की प्रतियोगिता में शामिल होते। प्रतियोगिता स्थगित होने की सूचना नहीं मिलने की वजह से कई खिलाड़ी मुख्यालय पहुंच गए थे। जिन्हें बैरंग लौटना पड़ गया।
स्कूलों में मध्याह्न भोजन भी बंद हो गया
हड़ताल में स्कूली शिक्षक भी शामिल हैं। इससे स्कूलों में जहां पढ़ाई पूरी तरह चौपट गई है, वहीं ज्यादातर स्कूलों में मध्याह्न भोजन पर भी ब्रेक लग गया है। शिक्षकों की मौजूदगी नहीं होने से बच्चों को बगैर मध्याह्न भोजन के ही वापस लौटना पड़ रहा है। इधर कॉलेजों में भी प्रवेश प्रक्रिया से लेकर सेमेस्टर की पढ़ाई ठप पड़ी हुई है। कॉलेजों में भी लगभग छुट्टी सा माहौल है। कार्यालयों में सभी काम ठप पड़ गया है। प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था का दावा किया था, लेकिन यह भी नहीं हो सका है। जिले के कुछ स्कूलों में गिनती के ही बच्चे पहुंचे थे और मध्याह्न भोजन के बाद ये बच्चे घर वापस लौटने लगे ।