धोनी भी हुए इस आर्ट के फैन, 50 साल पहले हुई थी शुरुआत

त्वरीत खबरे \जैसलमेर में मेहमानों को अनोखा मैरिज इनविटेशन:

अपनी अनूठी परंपराओं रीति-रिवाजों के लिए राजस्थान देश में अलग स्थान रखता है। मरू प्रदेश अपनी चित्रकारी के लिए भी दुनियाभर में प्रसिद्ध है। ऐसी ही एक चित्रकारी होती है जैसलमेर में। अपने पीले पत्थरों से दुनिया भर में गोल्डन सिटी के नाम से मशहूर पर्यटन नगरी जैसलमेर एक बार फिर देश-दुनिया में चर्चा में है।

जैसलमेर की दीवारों पर छपे शादी के कार्डस ने अचानक ही देश-दुनिया में पॉपुलर हो गए हैं। शादी की एक बड़ी मेट्रोमोनियल साइट (वैवाहिक वेबसाइट) ने इसे अपने विज्ञापन में प्रमुखता से दिखाया है। इस विज्ञापन में महेंद्र सिंह धोनी जैसलमेर की इस आर्ट की तारीफ करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने इसे अनूठी और दुनिया में अकेली परंपरा बताते हुए शादी के कार्ड को दीवार पर छापकर बालिकाओं का गर्व बढ़ाने वाली बात भी कही है। मैरिज कार्ड को दीवारों पर पेंटिंग की शक्ल देने की शुरूआत जैसलमेर में करीब 50 साल पहले हुई थी।

भाटिया के द्वारा पेंट किए जाने वाले कार्ड में सोशल मैसेज भी होते हैं।

नाथद्वारा में मिली प्रेरणा
इस अनूठी परंपरा को शुरू करने का श्रेय जैसलमेर के सागर जी भाटिया को जाता है। सागर जी भाटिया अपने नाम के साथ जी इसलिए लगाते हैं क्योंकि उनके पिता का नाम गोविंद (Govind) भाटिया था। सागर ने जैसलमेर में दीवार पर शादी का कार्ड छापने की शुरुआत आज से करीब 50 साल पहले की थी। सरकारी क्लर्क से रिटायर हुए सागर जी भाटिया शौकिया पेंटर भी हैं। वे बताते हैं कि एक दफा वे अपनी मां के साथ नाथद्वारा श्रीनाथ जी के दर्शन करने गए थे। वहां उन्होंने दीवार पर एक व्यक्ति को हाथी और महिला के साथ पेंटिंग बनाते देखा। तभी से उन्हें यह आइडिया आया और जैसलमेर में इस कला की शुरुआत की। पहले उन्होंने भाटिया समाज के लोगों के लिए इसकी शुरुआत की। बाद में ये इतनी पॉपुलर हो गई कि अब सभी समाजों के लोग इसको गर्व के साथ अपनी दीवारों पर छपवाते हैं।

एक घर के बाहर पेंटिंग बनाते सागर जी भाटिया।

पहले कच्चे रंगों से की शुरुआत
जैसलमेर में उन्होंने गणेश भगवान के साथ इस पेंटिंग की शुरुआत की। पहले ऑइल पेंट आदि नहीं थे तो कच्चे रंगों के साथ दीवारों पर पेंटिंग बनाते, लेकिन बारिश के दौर में वो पेंटिंग धूल खाती थी। इसके बाद धीरे धीरे ऑइल पेंट से बनाना शुरू किया और आज जैसलमेर की हर गली में जिस घर में भी मांगलिक आयोजन होता है उस घर के बाहर दीवार पर सागर जी भाटिया की बनाई पेंटिंग आपको मिल जाएगी। धीरे-धीरे बाकी पेंटर्स ने भी इस काम को अपना लिया और अब हर घर के बाहर शादी का कार्ड पेंट किया हुआ मिल जाएगा।

जैसलमेर के हर समाज के घर के बाहर मिलेगी सागर जी भाटिया की बनाई पेंटिंग।

बॉलीवुड के फैन हैं भाटिया
सागर जी भाटिया फिल्मों के बहुत शौकीन हैं और लता मंगेशकर के हार्डकोर फैन हैं। ऐसे में वे जब भी मांगलिक कामों की पेंटिंग दीवारों पर बनाते हैं तब फिल्मों के गानों कि लाइनें आदि भी उसमे लिखते हैं जो सबको बहुत ज्यादा आकर्षित करती है। लोग उन कार्डों को पढ़ने के लिए रुकते भी हैं और दिलचस्प लाइनों को देखकर बहुत ज्यादा आकर्षित भी होते हैं।