कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक ऐसा हैरान कर देने वाला वाकया सामने आया, जिसने सभी को स्तब्ध कर दिया। जिस बेटे का परिवार अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा था, वही बेटा अचानक दरवाज़े पर ज़िंदा खड़ा हो गया। मातम का माहौल कुछ ही मिनटों में दहशत में बदल गया। कई लोग तो उसे “भूत-भूत” समझकर भाग खड़े हुए।
4 दिन से था लापता युवक
गेवरा बस्ती निवासी हरिओम वैष्णव 5 सितंबर को अपनी पत्नी को मायके दर्री छोड़कर घर लौट रहा था। लेकिन वह घर पहुंचा ही नहीं। परिजनों ने उसकी तलाश की और गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
नदी से मिला शव, टैटू और कपड़ों से हुई पहचान
इसी बीच सोमवार को डंगनिया नदी से एक अज्ञात युवक का शव बरामद हुआ। शव की हालत खराब थी, मगर हाथ पर बने टैटू और कपड़ों को देखकर परिजनों ने उसे हरिओम समझ लिया। पुलिस ने पंचनामा कर शव परिजनों को सौंप दिया। घर में मातम छा गया और रिश्तेदारों को अंतिम संस्कार की सूचना दे दी गई।
संस्कार से पहले लौटा “मरा हुआ बेटा”
मंगलवार सुबह जब अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी, तभी अचानक दरवाज़े पर हरिओम आ गया। उसे देखते ही घर में चीख-पुकार मच गई। कोई बेहोश हो गया तो कोई डरकर भाग खड़ा हुआ।
असलियत सामने आई
बाद में सबको यकीन हुआ कि यह सचमुच हरिओम ही है। उसने बताया कि पारिवारिक विवाद के चलते वह बिना बताए दूसरे शहर चला गया था। अब पुलिस उस अज्ञात शव की पहचान करने की कोशिश में जुट गई है।