अभी तक खाद्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा भिलाई फूड प्रोडक्टस एवं बलका एग्रीकल्चर एंड फूडस एलएलपी पर बिना मैन्युफैक्चरिंग डेट एवं एक्सपायरी डेट मेंशन नहीं पाए जाने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं किया जा रहा है आखिर कारण क्या है कि अधिकारी बैठे है मौन ग्राम महमरावासियों के द्वारा कलेक्टर महोदय को शिकायत के बावजूद आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई महमरा से आज भी धड़ल्ले से ब्रांड नाम आनंद फ्रेश के नाम से दूध एवं दूध से बने पदार्थ का संचालन किया जा रहा है यह सोचने योग्य बातें हैं कि केवल ब्रांड नाम होने पर कोई कंपनी अपने प्रोडक्ट को कैसे मार्केट में सप्लाई कर सकती है क्या अधिकारियों की मिलीभगत से बलका एग्रीकल्चर एंड फूड एलएलपी के द्वारा केवल ब्रांड नाम आनंद फ्रेश होने पर भी धड़ल्ले से मिलावटी दूध की बिक्री पब्लिको तक पहुंचाई जा रही है और परोसा जा रहा है कैंसर क्या अधिकारियों को इस बात की जानकारी नहीं है क्या ब्रांड नेम आनंद फ्रेश पर कार्यवाही करने पर अधिकारियों को शर्म महसूस हो रही है अपने दुर्ग के अधिकारीगण पेमेंट लेते तो सरकार की हैं किंतु गुलामी किसी और की ही करते हैं |
जैसा की आप सभीको पता है आनंद फ्रेश नाम से मार्केट में बिक रही दूध जिसमें किसी पैकेट में केवल आनंद तो किसी में केवल फ्रेश ही लिखा हुआ है झोल तो इसके नाम के साथ ही शुरू होताहै यह सिर्फ दूध नही बल्कि लोगो में बट रहा एक तरह का धीमा जहर है जो भी इस दूध का सेवन कर रहे है इसकी सच्चाई एक न एक दिन लोगो को पता चल ही जाएगा क्यूंकि आनंद फ्रेश दूध एक धीमी जहर के रूप में लोगो के शरीर में प्रवेश कर रहा है और यह कैंसर जैसी गम्भीर बीमारी को जन्म दे रहा है जिसका अंदाजा अभी तो नही बल्कि समय के साथ साथ जरुर पता चल ही जाएगा इस दूध के पैकेजिग से लेकर बिक्री सभी तरह की जानकारी त्वरित ख़बरें द्वारा आप सभी को दिया गया आनंद फ्रेश के दूध पैकेजिग में न तो किसी प्रकार की उत्पादन की तिथि दर्शित होती है और न ही उत्पादन की अंतिम तिथि दर्शित होती है बार बार हमारे द्वारा यह सवाल उठाया जा रहा है की मेनुफेचुरिंग /एक्सपायरी डेट नही है ऐसे में अधिकारी लोग को दिखता नही या देखने की कोशिश ही नही की जा रही है खाद्य विभाग के अधिकारी को क्या अब छ.ग. सरकार द्वारा चश्मा लगाने की हिदायद अलग से दी जाएगी की ये अधिकारी चश्मा लगाकर इनके द्वारा कार्यवाही और काम की जाएगी किसी भी प्रोडक्ट को बेचते है तो उसमे मेनुफेचुरिंग / एक्सपायरी डेट अनिवार्य होता है लेकिन खाद्य विभाग के अधिकारी द्वारा इन आवश्यक चीजो को नजर अंदाज किया जा रहा है बिना मेनुफेचुरिंग / एक्सपायरी डेट दर्शाए बिना मार्केट में प्रोडक्ट फ्रेश पैकेट बनाकर कैसे बेच सकते है चंद रूपये के लालच में अधिकारीगण ऐसे संचालको के साथ मिलकर जनता को धोखा दे रहे है खाद्य विभाग के अधिकारी नारद कोम्ड़े द्वारा महमरा स्थित खटाल में निरिक्षण कर जांच में यह पाया गया था की दूध का कार्य गंदगी में हो रहा है इस तरह की पुष्टि उनके द्वारा किया गया था इसके बावजूद न तोखटाल को संज्ञान में लेकर कार्यवाही की गयी न आगे जांच की गई और यहाँ तक की समझाइश तक नही दी गयी अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी आखिर चुप कैसे बैठ गए यह एक सवालिया प्रश्न है ऐसे अधिकारी को तो संस्पेंड कर कार्यवाही की जानी चाहिए नही तो इस तरह के अधिकारी दूध माफियाओ के साथ मिलकर दीमक की तरह छ.ग. को बीमारी ग्रस्त बना कर छोड़ेंगे त्वरित ख़बरें ऐसे दूध माफियाओ एवं ऐसे अधिकारी से संबंधित समाचार प्रकाशित करता रहेगा देश के चौथे स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकार जनता के सामने सच्चाई लाने में कभी कमी नही करेगी इस तरह के अधिकारी जो चाटुकारिता में संलिप्त है जो वेतन सरकार से लेना एवं गुलामी दूध माफियाओ की करना इनके फितरत में है यह सिर्फ चंद रुपयों के लालच में अपना जमीर भी बेच सकते है छ.ग. सरकार को इनके ऊपर कठोर कार्यवाही करते हुए इनको निलंबित करना चाहिए त्वरित ख़बरें के संपादक को भी फ़साने की साजिश की गयी कई तरह की बाते बनाई गयी जिसमें ब्लेकमेल जैसी बातें भी सम्मिलित है आनंद फ्रेश के कर्मचारी द्वारा अपने ग्राहक को बोला गया ऑडियो भी हमारे पास मौजूद है इस ऑडियो में त्वरित ख़बरें को बदनाम करने से लेकर खरीदने सभी तरह की बाते की गई है वह कर्मचारी अपने ग्राहक को भ्रम में डाल रहा है ऐसे भ्रम फ़ैलाने वाले आनंद फ्रेश के कर्मचारी के ऊपर हम एफ आई आर की मांग करते है ऐसा न होने की स्तिथि में त्वरित ख़बरें हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट जाने को बाध्य है आनंद फ्रेश केकर्मचारी द्वारा यह भी कहा गया है की वह अमूल को एक लाख लीटर दूध सप्लाई करते हैक्या इसकी जानकारी खाद्य विभाग को है ? यह एक लाख दूध कहा से एकत्रित करते हैइसकी जानकारी क्या खाद्य विभाग के पास मौजूद है ? इनके खटाल मेंतो एक भी गाय या भेसों की पुष्टि नही की गयी है तो क्या खटाल केवल नाम का मिलावटीदूध बनाने के लिये है सेक्टर10 भिलाई स्थित पेट्रोल पंप के मैनेजरविपन बंसल द्वारा त्वरित ख़बरें अखबार के प्रधान संपादक को खरीदने की कोशिश की गयीथी अगर यह दूध शुद्ध एवं ताजा रहता तो विपिन बंसल द्वारा पैकेट लेने या खरीदने कीबात क्यूँ कही गयी ? प्रश्न यह भी बनता है की दूध ताजा शुद्ध होनेकी स्थिति में पैकेट(रुपये) लेने की बात क्यूँ कही गयी |
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