महासमुंद के केसरिया ढाबा में ढाबा बंद होने के बाद खाना मांगने का विवाद इतना बढ़ गया कि होटल संचालक और युवाओं के समूह के बिच जमकर मारपीट हुई. इस मामले में होटल पक्ष ने युवाओं के खिलाफ बलवा और हत्या के प्रयासजानकारी के मुताबिक होटल पक्ष द्वारा लिखवाई गई एफआईआर में बताया गया है कि ढाबा बंद होने के बाद स्टॉफ अपने होटल की पार्किंग में क्रिकेट खेल रहे थे. वहां पर कुछ लोग चार पहिया गाडियों में आकर बोले कि खाना खिलाओ तब हम लोगों ने बताया कि ढाबा बंद हो गया है तो बोले कि ढाबा खुलवाओ और खाना बनाओ, खाना नहीं बन पायेगा बोलने पर उनके साथ जमकर मारपीट की. एफआईआर के मुताबिक धीरज सरफराज, साहिल सरफराज और उनके अन्य 10-15 साथी ने होटल के स्टॉफ के साथ क्रिकेट के बैट, लोहे की राड, धारदार हथियार व डण्डा से मारपीट की रहे थे. इस मामले में धीरज सरफराज, साहिल सरफराज एवं अन्य 10-15 साथी के खिलाफ धारा 147, 148, 294, 323, 307 और 506 (बी) के तहत अपराध दर्ज किया गया है. होटल संचालक पर भी दर्ज हुई एफआईआऱ दूसरे पक्ष का दावा है कि (एफआईआर के मुताबिक) रात 1 बजे के बाद वे परिवार के साथ केसरिया ढाबा खाना खाने गए. वहां उनके बच्चे और परिवार के सदस्य क्रिकेट खेलने लगे. इस बीच रात 1.30 बजे वहां होटल स्टॉफ आए और क्रिकेट खेल रहे बच्चों से बोले कि हमारे साथ 20-20 हजार रुपए का दांव लगाकर क्रिकेट खेलो. जब उन्होंने दांव लगाने से मना किया तो इसी बात को लेकर उनके बीच तू-तू मैं-मैं हुई और विवाद हुआ. इस पक्ष का आरोप है कि इसी बीच संचालक रणधीर सिंह खनूजा ढाबे के अंदर साईड से अपने और अन्य कर्मचरियों के साथ दौडते हुये आकर उन्हें गालियां दी और ढाबे के अंदर से उसके अन्य कर्मचारी तलवार, राड व डंडा लेकर आये और उनके साथ मारपीट की.